राज्य स्तरीय पशु प्रदर्शनी में घोड़े लगाएंगे लंबी छलांग और ऊंट दिखाएंगे करतब

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पशु-प्रदर्शनी के लिए अधिकारियों ने मौके पर जाकर जमीन पर उतारा ले-आऊट प्लान 

भिवानी। 

कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल के निर्देशानुसार स्थानीय सेक्टर 13 के सामने 25 से 27 फरवरी तक आयोजित होने जा रही राज्य स्तरीय पशु-प्रदर्शनी की तैयारियों पूरे जोर-शोर से शुरु हो चुकी हैं। शनिवार को पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने मौके पर जाकर प्रदर्शनी के प्राथमिक तौर पर तैयाए किए ले-आऊट प्लान को जमीन पर उतारने के लिए विस्तार से चर्चा की। अधिकारियों ने बताया कि पशु-प्रदर्शनी में लोगों को जहां एक तरफ घोड़े लंबी छलांग लगाएंगे वहीं दूसरी तरफ लोगों को ऊंट के करतब देखने को मिलेंगे।
उल्लेखनीय है कि भिवानी में 25 से 27 फरवरी तक राज्य स्तरीय 38 वीं पशु प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। पशु-प्रदर्शनी की तैयारियां जोरों से चल रही हैं। इसी कड़ी में शनिवार को प्रदर्शनी के लिए प्रबंध निदेशक एवं नोडल अधिकारी डॉ. एसके बागोरिया और उप निदेशक एवं को-नोडल अधिकारी डॉ. सुखदेव राठी ने आयोजन स्थल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने प्रदर्शनी के लिए प्राथमिक तौर पर तैयार किए गए ले-आऊट प्लान पर विस्तार से चर्चा की।
डॉ. बागोरिया व डॉ. राठी ने फिलहाल बनाए गए ले-आऊट प्लान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रदर्शनी भव्य, आकर्षक और शानदार होगी। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में मुख्य मंच के सामने करीब 2500 लोगों के बैठने की क्षमता का एक पंडाल बनाया जाएगा, जो करीब 40 मी. चौड़ा और 100 मी. लंबा होगा। इसी प्रकार से 10 मी. चौड़ा और करीब 15 मी. लंबा एक सेमिनार के लिए एक अलग से पंडाल होगा, जहां पर पशुपालकों व किसानों के लिए सेमिनार का आयोजन चलता रहेगा।
उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में तीन या चार एनीमल रिंग बनाए जाएंगे, जहां पशु उसके चारों को घुमाएं जाएंगे और ज्यूरी श्रेष्ठ पशुओं का चयन करेगी। इसी प्रकार से करीब 40 फीट लंबा एक रैंप बनाया जाएगा, जिस पर पशुओं का एक तरह से रैंप शो होगा। प्रदर्शनी में घोड़ों की छलांग के लिए भी अलग से जगह बनाई जाएगी जो प्रदर्शनी का आकर्षण का केंद्र होगी। इसी प्रकार से लोगों को प्रदर्शनी में ऊंट के करतब भी देखने को मिलेंगे। उन्होंने बताया कि फिलहाल प्रदर्शनी के लिए 15 बाई 15 फीट के 100 जगह पशुओं के लिए निर्धारित की गई हैं। इसी प्रकार से तीन मी.बाई तीन मी. की 96 स्टाल के लिए निर्धारित की गई हैं। इनको अभी कम या अधिक किया जा सकता है। प्रदर्शनी स्थल पर किसानों व वीआईपी के लिए अलग-अलग फूड कोर्ट बनाया जाएगा।
वहीं दूसरी ओर प्रदर्शनी स्थल पर लगाए जाने वाले पंडाल के लिए सामान आना शुरु हो गया है। शनिवार को चार-पांच जर्मन हेंगर से लोड ट्रक आयोजन स्थल पर पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि पशु-प्रदर्शनी में किसी प्रकार कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। इस बारे में कृषि मंत्री दलाल द्वारा भी आलाधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं।
इसी प्रकार से उपायुक्त आरएस ढिल्लो द्वारा पशुपालन विभाग के अधिकारियों को साथ लेकर आयोजन स्थल का निरीक्षण किया जा चुका है। आयोजन स्थल पर खड़ी झाडिय़ों को काटकर समतल किया जा चुका है। इसी प्रकार से प्रदर्शनी स्थल के सामने से गुजरने वाले सडक़ पर पेड़ों व चिडिय़ा घर रोड़ पर झुके हुए पेड़ों की कटाई व छांगाई का कार्य भी पूरे जोर शोर से चल रहा है। शनिवार को पेड़ों की कटाई के चलते शहीद भगत सिंह चौक से उपायुक्त क निवास स्थान पर बेरीगेट लगाकर वाहनों को डाईवर्ट किया गया। यहां पर अनेक ऐसे पेड़े थे, जो काफी समय पुराने और सडक़ पर अधिक झुके हुए थे, जिनकी किसी भी समय तेज हवा में गिरने की संभावना बनी हुई थी।
इस दौरान रजिस्ट्रार डॉ. तेजेंद्र राणा, सेवानिवृत संयुक्त निदेशक डॉ. साधुराम शर्मा, एसडीओ डॉ. जयपाल, डॉ. सुनील शर्मा, डॉ. प्रदीप कालीरावणा, डॉ. आशीष गुप्ता, डॉ. विजय सनसनवाल और डॉ. राजकुमार आदि अनेक पशु-चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।

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