अंबाला शहर।
महिला अनुदेशिकाओं को परेशान करने वाले राजकीय महिला आईटीआई अंबाला शहर के प्रिंसिपल को हरियाणा सरकार ने तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। इस बात की पुष्टि हरियाणा के औद्योगिक मंत्री मूलचंद शर्मा ने की। सस्पेंशन के दौरान प्रिंसिपल का कार्यकाल मुख्यालय में रहेगा।
बता दें कि पिछले दिनों से राजकीय महिला आईटीआई अंबाला शहर के प्रिंसिपल भूपेंद्र पाल सिंह विवादों के घेरे में थे। उन पर आईटीआई में पढ़ाने वाली अनुदेशिकाओं और छात्राओं से डबल मीनिंग बात करने और परेशान करने के आरोप लग रहे थे।
इन्हीं आरोपों को लेकर शिकायत प्रदेश के परिवहन, खनन एवं भूगर्भ, कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री पंडित मूलचंद शर्मा के संज्ञान में आई तो उन्होंने तुरंत इस मामले की जांच कराने के लिए उच्च अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए। मामले में सरकार द्वारा कड़ा संज्ञान लिया गया और इसके उपरांत प्रिंसिपल भूपेंद्र पाल सिंह को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।
आईटीआई में हुआ था हंगामा
शुक्रवार को आईटीआई के स्टाफ व बच्चों ने गेट को ताला लगा दिया था। प्रिंसिपल की गाड़ी को अंदर नहीं जाने दिया गया। स्टाफ ने प्रिंसिपल के साथ काम करने से मना कर दिया। इसी बीच एक महिला इंस्ट्रक्टर ने स्टाफ रूम में जाकर फिनाइल पी लिया। उसने एक नोट छोड़ा कि स्टाफ उन्हें टॉर्चर कर रहा है। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
वहीं दूसरी ओर स्टाफ ने मंत्री को प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत भी सौंपी है। प्रिंसिपल ने आईटीआई में गुम सामान की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है। वहीं मामले में प्रिंसिपल ने सफाई देते हुए कहा है कि उनके खिलाफ स्टाफ ने साजिश रचकर बच्चों को ढाल बनाया है।
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