हरियाणा में 3 अप्रैल को फिर आफत की बारिश

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भिवानी।

बारिश और ओले गिराता हुआ मार्च का महीना तो बीत गया है, लेकिन हरियाणा के किसानों के सिर से अभी संकट टला नहीं है। अप्रैल के पहले दिन जहां कुछेक स्थानों पर बारिश की गतिविधि जारी रहेगी, वहीं 2 अप्रैल को मौसम साफ रहेगा, लेकिन 3 अप्रैल को फिर से आफत का पानी बरसेगा। खेतों में गेहूं की फसल पक कर तैयार है, कुछ स्थानों पर कटाई भी शुरू हो गई है, ऐसे में हर तीसरे दिन बदलता मौसम किसानों की नींद उड़ाए है।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) चंडीगढ़ ने हरियाणा में 3 अप्रैल के लिए एक बार फिर से येलो अलर्ट जारी किया है। अगले 24 घंटों में अधिकतम तापमान 2 से 4 डिग्री तक वृद्धि होगी। 2 अप्रैल को मौसम साफ रहेगा, लेकिन रात को ही इसमें बदलाव शुरू हो जाएगा। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण 3 अप्रैल को पूरे प्रदेश में हल्की से मध्यम तक बारिश दर्ज होगी। सोनीपत और पानीपत में कुछ स्थानों पर ओले गिरने की भी संभावना है।

4 अप्रैल को जीटी रोड बेल्ट के अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र के साथ पंचकूला व यमुनानगर में तेज हवाएं चलने और गरज चमक के साथ बारिश या फिर बूंदाबांदी जारी रहेगी। अभी 31 मार्च को रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ की तरफ तेज बारिश के साथ जबरदस्त ओले गिरे हैं। किसान फसलों में नुकसान को देख कराह रहे हैं, अब 3 अप्रैल को इन जिलों में भी आफत की बारिश फिर से होने की जानकारी मौसम विशेषज्ञों ने दी है।

हरियाणा में बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। 30 व 31 मार्च को सबसे ज्यादा बारिश पलवल में दर्ज हुई है। इसके बाद महेंद्रगढ़ का नंबर है। मार्च में प्रदेश में औसतन 42 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी है। यह मार्च महीने में सामान्य बारिश से 176 फीसदी अधिक है। मार्च के अंतिम पखवाड़े में 15 दिन में से 7 दिन बारिश के रहे हैं। अब अप्रैल के आरंभ में भी बारिश की गतिविधि जारी है। 3अप्रैल को 30 से 50 किलोमीटर रफ्तार से हवाएं चलेंगे। कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ बूंदाबांदी होगी, वहीं पानीपत-सोनीपत में 40 से 50 किलाेमीटर की रफ्तार के साथ मध्यम से तेज बारिश और ओलावृष्टि की संभावना बनी हुई है।

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