हरियाणा के नूंह में विश्व हिंदू परिषद (VHP), सर्व जातीय हिंदू महापंचायत और बजरंग दल के आह्वान पर हिंदू संगठन आज दोबारा ब्रजमंडल यात्रा निकालने पर अड़े हैं। हरियाणा सरकार और नूंह जिला प्रशासन ने इस यात्रा के लिए परमिशन नहीं दी है।
हालांकि, सोमवार सुबह प्रशासन ने नलहरेश्वर मंदिर में जलाभिषेक के लिए 10-15 साधु संतों को जाने की अनुमति दी। इनके अलावा हिंदू संगठन के भी 13 लोगों को परमिशन मिली।
पुलिस नूंह बाइपास से पुलिस 3 गाड़ियों से लोगों को नलहरेश्वर मंदिर के लिए लेकर निकली। इनमें करीब 51 लोग थे। जिन्होंने पटौदी आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव और विश्व हिंदू परिषद के आलोक कुमार राय की अगुआई में जलाभिषेक किया।
मंदिर के डेढ़ किलोमीटर के इलाके को पूरी तरह सील कर दिया गया है। बाहरी लोगों के अलावा मीडिया को भी आगे जाने की परमिशन नहीं है। सिर्फ स्थानीय लोगों को ID देखकर एंट्री दी जा रही है।
नूंह यात्रा में हिस्सा लेने अयोध्या से आए संत जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज को प्रशासन ने गुरुग्राम सोहना टोल प्लाजा पर रोक दिया। इस कार्रवाई के विरोध में उन्होंने प्लाजा के पास ही आमरण अनशन शुरू कर दिया है। 31 जुलाई को ब्रजमंडल यात्रा के दौरान हिंसा हुई थी। जिसमें 2 होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हो गई थी।
हरियाणा के CM मनोहर लाल और विश्व हिंदू परिषद के नेता इस यात्रा को लेकर आमने-सामने हैं। CM ने यात्रा से एक दिन पहले, रविवार को कहा था कि नूंह में दोबारा यात्रा निकालने की परमिशन नहीं दी गई। CM ने लोगों से अपील की थी कि वह नूंह न जाकर अपने नजदीकी मंदिर में ही जलाभिषेक का कार्यक्रम करें।
CM के इस बयान के बाद विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि 28 अगस्त की सुबह 11 बजे नूंह के नलहरेश्वर मंदिर से यात्रा की शुरुआत करेंगे। इस यात्रा की परमिशन लेने का सवाल ही नहीं उठता।
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