चंडीगढ़।
हरियाणा में सरकार से सफल वार्ता के बाद आईएमए ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है। आज से प्रदेश के पैनल में शामिल सभी 600 निजी अस्पतालों में लोगों का इलाज शुरू हो गया है। सरकार से हुई वार्ता पर संतोष जताते हुए आईएमए ने कहा है कि आम जनता को सरकारी योजना के तहत सही और आसानी से स्वास्थ्य लाभ मिलता रहेगा। सरकार अब 15 जुलाई तक निजी अस्पतालों के खातों में बकाया 133 करोड़ रुपये ट्रांसफर करेगी।
बैठक के बाद आईएमए अध्यक्ष डॉ. अजय महाजन ने कहा कि 133 करोड़ रुपये की बकाया राशि को लेकर सरकार के साथ डॉक्टरों की बैठक सकारात्मक रही। सरकार ने कहा है कि 15 जुलाई तक आपकी बकाया राशि जारी कर दी जाएगी। देर रात आईएमए ने आयुष्मान कार्ड पर इलाज को लेकर फैसला लिया।
हरियाणा में आयुष्मान के तहत 45 लाख बीपीएल परिवारों के 1.70 करोड़ लोगों का मुफ्त इलाज किया जाता है। इसके लिए सरकार की ओर से 600 से अधिक निजी अस्पतालों को पैनल में शामिल किया गया है। आईएमए का कहना है कि जब तक सरकार राहत नहीं देती, तब तक डॉक्टर कार्ड धारकों का इलाज नहीं करेंगे।
दूसरी ओर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता का कहना है कि डॉक्टरों की अधिकतर मांगें मान ली गई हैं, एसओपी तैयार करने में थोड़ा समय लगता है। उन्होंने डॉक्टरों से इलाज जारी रखने की अपील की है।
हरियाणा में निजी अस्पतालों की हड़ताल को देखते हुए सरकार भी सतर्क हो गई। सरकार ने सरकारी अस्पतालों में लोगों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए 90 अतिरिक्त डॉक्टर तैनात किए थे। आईएमए की हड़ताल की घोषणा से पहले ही सरकार ने वित्त विभाग को अस्पतालों के भुगतान को लेकर जल्द एंट्री करने के निर्देश दिए थे, इस दौरान सरकार की ओर से 57 करोड़ रुपये पहले ही स्वीकृत किए जा चुके थे।
आयुष्मान योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में कोरोना, कैंसर, किडनी रोग, हार्ट अटैक, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, घुटने और कूल्हे का प्रत्यारोपण, बांझपन, मोतियाबिंद और अन्य चिन्हित गंभीर बीमारियों का मुफ्त इलाज किया जाता है।
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