भारत सरकार देश के लोगों के लिए कई तरह की महत्वाकांक्षी योजनाएं चला रही है। ऐसी ही एक योजना है- विधवा पेंशन योजना। सरकार की यह योजना जरूरतमंद लोगों के लिए बहुत बड़ा सहारा है। सरकारी योजनाएं आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सुरक्षा प्रदान करती हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर कई तरह की खबरें आई हैं कि 1 जनवरी 2025 से इन योजनाओं में बदलाव किया जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक सरकार पेंशन की रकम को दोगुना कर सकती है। इसके पात्रता नियमों में भी बदलाव हो सकता है। साथ ही पूरी प्रक्रिया को डिजिटल करने की बात भी कही जा रही है। आइए जानते हैं योजना के बारे में सबकुछ। विधवा पेंशन योजना उन महिलाओं के लिए बनाई गई है जो अपने पति की मौत के बाद आर्थिक और सामाजिक संकट का सामना कर रही हैं।
योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। विधवा पेंशन योजना के लिए पात्रता मानदंड विधवा पेंशन योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदकों के लिए कुछ पात्रता मानदंड तय किए गए हैं। जैसे- आवेदक के पति की मृत्यु हो गई हो। आवेदक की आयु 18 से 79 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आवेदक की वार्षिक आय सरकार द्वारा निर्धारित सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए। आवेदक उस राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
विधवा पेंशन योजना के तहत ये लाभ मिलते हैं
इस योजना के तहत अलग-अलग राज्य महिलाओं को 300 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक की पेंशन देते हैं। कुछ राज्यों में महिलाओं को मुफ्त और सब्सिडी वाली स्वास्थ्य सेवाएं भी दी जाती हैं। विधवा महिलाओं के बच्चों को छात्रवृत्ति और शिक्षा में प्राथमिकता दी जाती है। कुछ राज्य सरकारी आवास योजनाओं में लाभार्थी महिलाओं को प्राथमिकता देते हैं।