हरियाणा की सभी जेलों में होगी टेली मेडिसिन सुविधा: मुख्यमंत्री मनोहर लाल

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भिवानी।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कैदियों के लिए अनेक प्रकार की घोषणाएं का पिटारा खोलते हुए राज्य की सभी जेलों में कैदियों के लिए टेली  मेडिसिन सुविधा शुरू करने की घोषणा की। इसके अलावा कैदियों के लिए डाइट व्यवस्था बदलने के लिए 10 करोड रुपए की राशि देने देने की घोषणा की इससे 10 रूपए के हिसाब से कैदियों की डाइट में इजाफा किया जाएग।
मुख्यमंत्री आज जिला कारागार भिवानी के नवनिर्मित विस्तार भवन का उद्घाटन कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जेल विभाग सरकार के लिए कमाई करने का कार्य करता है इसलिए राज्य की 11 जेलों के बाहर पेट्रोल पंप स्वीकृत किए जाते हैं। उन्होंने पुलिस कर्मियों की तर्ज पर जेल कर्मियों को भी हरियाणा राज्य परिवहन की बसों में सुविधा प्रदान करने की घोषणा की। इसके अलावा जेल कर्मियों के लिए कपल केस में ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी के तहत भी सुविधा देने का ऐलान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज शिक्षक दिवस के अवसर पर जेल के कैदियों को एक करोड रुपए की अतिरिक्त राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि जेलकर्मियों को संकल्प लेना चाहिए कि कैदियों के प्रति अच्छा व्यवहार करेंगे तो मनुष्य निर्माण में अहम योगदान होगा। उन्होंने कहा कि गुनहगार व्यक्ति को सुधारना कठिन कार्य होता है लेकिन इसे समाज के प्रति अपना दायित्व समझते हुए सही कार्य करना चाहिए ताकि वह सभ्य नागरिक बनकर समाज में जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि जेलकर्मी शिक्षक के रूप में कार्य करें और गुनाहागारों का भविष्य सुधारने में अहम योगदान दें।
मुख्यमंत्री ने कहा की सभी जेलों में बेहतर व्यवस्था करने के लिए सरकार प्रयासरत है। वर्तमान में 22 हजार अपराधियों के लिए जेलों में रखने के लिए पर्याप्त स्थल है लेकिन सरकार 26 हजार अपराधियों के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने पर बल दे रही है। उन्होंने कहा कि फतेहाबाद में जेल का निर्माण करने के लिए जमीन खरीद ली गई है। रेवाड़ी में भी जेल बनाई जा रही है, जिसका अधिकांश निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। फरवरी 2024 में उस जेल का लोकार्पण किया जाएगा। इसके अलावा चरखी दादरी में भी जेल और कार्यालय के लिए 98 एकड़ जमीन की खरीद कर ली गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जेल में स्टाफ को ट्रेनिंग की आवश्यकता होती है इसके लिए करनाल में जेल ट्रेनिंग सेंटर बनाया जा रहा है जो दिसंबर माह में बनकर तैयार हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनुष्य गलतियों का पुतला होता है यदि व्यक्ति गलत नहीं होता और उससे गलती हो जाती है तो उसमें कानूनी सजा भी कम ही दी जाती है। इस प्रकार जो व्यक्ति सुधर कर समाज में जाएगा वह समाज को दूषित नहीं करेगा और एक अच्छे नागरिक की तरह व्यवहार करके जीवन को सुखमय बनाएगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार स्कूलों के बाहर सेवार्थ जाइए शिक्षार्थ आइए लिखा होता है उसी प्रकार जेल के बाहर साजार्थ जाइए और सुधार्थ आइए लिखवाना चाहिए। जेल स्टाफ को अपना व्यवहार बदलना चाहिए और घृणा करने की बजाय कैदियों से प्यार और स्नहे करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जेलों में उद्योग स्थापित किया गया है। कैदियों में भी कई प्रकार के टैलेंट और प्रतिभाएं छिपी होती हैं। जेलों में उनसे कार्य करवा कर मानदेय दिया जाता है, इसके लिए विभाग द्वारा अध्ययन किया जा रहा है कि उन्हें किस-किस तरह का पारिश्रमिक मिले। इसके अलावा राज्य की जेलों को हाई सिक्योरिटी बनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार आईपीसी, सीआरपीसी और एविडेंस एक्ट में परिवर्तन करने जा रही है। सरकार का प्रयास है कि गुनहगारों को गुनाह से दूर रहने की व्यवस्था की जाए उन्होंने कहा कि एक  बेगुनाह को सजा नहीं मिले चाहे इसके लिए कोई  गुनाहागार छूट जाए।
हरियाणा के उर्जा एवं जेल मंत्री चौ. रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि जेल का कान्सैपट इग्लैंड से शुरू हुआ और वर्तमान में आस्ट्रेलिया की जेलें सबसे बेहतर मानी जाती हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा की जेलों में भी बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रोहतक की जेल में थ्री टायर सिक्योरटी की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में राज्य के नागरिक सौहार्दयपूर्ण अनुभव कर रहे हैं।
अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह विभाग टीवीएसएन प्रसाद ने कहा कि राज्य सरकार प्रशासनिक व शासनिक ढ़ाचे को सुदृढ करने पर बल दे रही है। राज्य की जेलों में नोर्मस  के अनुसार कैदी रहें, इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के नौ स्थानों पर जेल निर्माण करने के अलावा विस्तार का कार्य भी किया जा रहा है। इसके अलावा नारकोटिक्स को पकडऩे के लिए जेलों में स्नेपर की भी व्यवस्था की जा रही है।
महानिदेशक जेल मोहम्मद अकील ने कहा कि करीब 12 एकड़ में 29 करोड़ 98 लाख रुपए की लागत से नई जेल का निर्माण किया गया है। नई जेल में बंदियों की क्षमता 774 व्यक्यिों की है, जिसमें महिला और पुरुष दोनों बंदी शामिल हैं। जेल विस्तारीकरण कार्य में नई जेल परिसर में पांच बैरेक पुरुष बंदियों के लिए तथा एक बैरेक महिला बंदियों के लिए बनाई गई है। एक पुरुष बैरेक की क्षमता 126 की तथा महिला बैरेक की क्षमता 114 की है। पहले पुरानी जेल में बंदियों की क्षमता 561 थी, जो अब कुल 1335 की हो गई है।
इस अवसर पर कृषि एवं पशु पालन मंत्री जेपी दलाल, सांसद चौ. धर्मबीर सिंह, भिवानी के विधायक घनश्याम सर्राफ, बवानीखेड़ा के विधायक विशम्बर बाल्मिकी, एमडी पुलिस हाउसिंग आरसी मिश्रा, उपायुक्त नरेश नरवाल, पुलिस अधीक्षक वरूण सिंगला, पूर्व विधायक शशी रंजन परमार, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ठा. विक्रम सिंह, जिला परिषद की चेयरपर्सन अनीता मलिक, जिलाध्यक्ष शंकर धूपड़, हर्षवर्धन मान, वृजपाल, सुनील डावर, विनोद चावला, जेल अधीक्षक सेवा सिंह व हरेन्द्र सिंह, सुनील सांगवान, प्रिया असीजा, संजय रंगा के अलावा कारागार एवं पुलिस के आलाधिकारी और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

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