धुंध के मौसम के चलते सडक़ों के किनारे व बीच में सफेद पट्टी होना जरूरी, डिवाईडर व रेलिंग पर किया जाए पेंट
उपायुक्त आरएस ढिल्लो ने रोड़ सेफ्टी की मासिक बैठक में यातायात पुलिस और सडक़ निर्माण एजेंसियों को दिए जरूरी निर्देश
भिवानी, उपायुक्त आरएस ढिल्लो ने कहा कि सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सडक़ों के किनारे पर सफेद पट्टी और डिवाईडर पट्टी लगाना जरूरी है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग और एनएच के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने संबंधित सडक़ों पर बने डिवाईडरों व डिवाईडर पर लगाई रेलिंग की मरम्मत व पेंट का कार्य अतिशीघ्र करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि धुंध के मौसम में अधिकांश हादसों का कारण सडक़ों पर सफेद पट्टी और डिवाईडर पर पेंट नहीं होना होता है। इसके साथ ही उपायुक्त श्री ढिल्लो ने कहा कि आबादी के क्षेत्र में स्पीड ब्रेकर या कैजाईज लगाएं ताकि वाहन चालक गाड़ी की गति को धीमा कर सकें। उन्होंने यातायात पुलिस अधिकारियों को आबादी क्षेत्र में स्पीड ब्रेकर की जरूरत की जगह की पहचान कर सडक़ निर्माण एजेंसी को रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ढिल्लो लघु सचिवालय स्थित कॉंफ्रेंस हॉल में रोड़ सेफ्टी बैठक में मौजूद अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि सडक़ हादसों में बिना हेलमेट पहने दुपहिया वाहन चालक मौत का शिकार होते हैं। बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चालकों व ओवर स्पीड वाहन चालकों के अधिक से अधिक चालान किए जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि जहां भी सडक़ टूटी हुई है, उनकी तुरंत मरम्मत की जाए। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि तीव्र मोड़ पर साईन बोर्ड के साथ-साथ उपयुक्त जगह पर रिफ्लेक्टर भी लगाए जाएं।
उपायुक्त ने यातायात पुलिस को निर्देश देते हुए कहा कि यदि कहीं पर कोई व्यक्ति स्पीड ब्रेकर या कैजाईज को हटाता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। नेशनल हाई-वे से संबंधित गांवों में ग्राम सचिव व नंबरदार की ड्यूटी लगाई जाए कि स्पीड ब्रेकर हटाने वाले की पहचान हो सके।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि हादसा संभावित क्षेत्रों में ट्रामा सेंटर होने जरूरी हैं, लेकिन जिला में एक भी ट्रामा सेंटर नहीं है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने उच्चाधिकारियों को इस बारे में अवगत करवाए और जिला में ट्रामा सेंटर की डिमांड भिजवाना सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि कोई भी हादसा होने पर एंबूलेंस सेवा तुरंत प्रभाव से मिलनी चाहिए। उपायुक्त ने रोहतक गेट से लोहारू ओवरब्रिज तक सरकुलर रोड़ बने गड्डों को तुरंत प्रभाव से दुरूस्त करने को कहा। उन्होंने ओवरब्रिज के पास भी जमा होने वाले पानी का स्थायी समाधान करने को कहा। इसके लिए जनस्वास्थ्य विभाग व एनएच संयुक्त रूप से योजना तैयार करें।
इसी प्रकार से उपायुक्त ने बवानीखेड़ा से जमालपुर को जाने वाली सडक़, कितलाना से मानहेरू, तोशाम से जमालपुर, झुप्पा से ईशरवाल, आबेरा से बहल आदि सडक़ मार्गों को दुरूस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने भिवानी बाईपास से दिनोद मार्ग पर नहर की पुलिया, धनाना से सीसर मार्ग पर दोनों नहर की पुलिया की मरम्मत और तोशाम बाईपास पर नहर के दोनों ओर दिवार को ऊंचा उठाने के लिए सिंचाई विभाग को निर्देश दिए। उपायुक्त ढिल्लो ने जिला के स्कूलों में सुरक्षित वाहन पॉलिसी लागू करने को कहा। उन्होंने कहा कि वाहन चालकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाए ताकि वे सावधानी से गाड़ी चलाएं।
इस दौरान सचिव आरटीए अंग्रेज सिंह ने रोड़ सेफ्टी के बारे में समीझा रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि गांव जुई, नीमड़ीवाली, खरक, मुंढाल और गंैडावास आदि दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में स्पीड ब्रेकर व स्पीड लिमिट के बोर्ड लगवाने की जरूरत है।
बैठक में एसडीएम महेश कुमार, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी आशीष मान, उप जिला शिक्षा अधिकारी संतोष नागर, यातायात पुलिस अधिकारी तथा सहित संबंधित विभागों से अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
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