Haryana: हरियाणा में कब्जा हटाने गई टीम से भिड़े ग्रामीण, भारी पुलिस बल रहा तैनात
Haryana: हरियाणा से बड़ी खबर सामने आ रही है। हरियाणा के रोहतक के गांव चमारिया में अवैध कब्जों को हटाने गई प्रशासनिक टीम का ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया।
जानकारी के मुताबिक, सरपंच प्रतिनिधि स्वराज हुड्डा पर ग्रामीणों ने द्वेष भावना से कार्रवाई करवाने का आरोप लगाया। तोड़फोड़ कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा। प्रशासन की टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। Haryana News
मिली जानकारी के अनुसार, गांव चमारिया में अवैध कब्जों को तोड़ने के लिए सुबह ही भारी संख्या में पुलिस बल गया, जिनके साथ पटवारी, ड्यूटी मजिस्ट्रेट मौजूद रहे। वहीं, सरपंच प्रतिनिधि की निशानदेही पर कब्जा कार्रवाई की गई।
जानकारी के मुताबिक, एक कब्जा हटाने के दौरान ग्रामीणों ने प्रशासनिक अमले का विरोध किया और काफी देर तक पुलिस अधिकारियों, ड्यूटी मजिस्ट्रेट व सरपंच प्रतिनिधि का विरोध किया गया। Haryana News
बिना नोटिस दिए तोड़ने पहुंची टीम
मिली जानकारी के अनुसार, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उन्हें पहले नोटिस मिलना चाहिए था, लेकिन सरपंच प्रतिनिधि ने कोई नोटिस नहीं भेजा। चौकीदार ने सभी नोटिस सरपंच को दिए थे, लेकिन कब्जा हटाने के लिए लोगों को कोई नोटिस मिला ही नहीं। ऐसे में पूरा गांव एकत्रित हो गया और ग्रामीणों ने प्रशासनिक अमले का जमकर विरोध किया।
सरपंच ने द्वेष भावना से करवाई कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरपंच प्रतिनिधि ने द्वेष भावना से कार्रवाई करवाई है। अगर उसे पहले नोटिस मिलता तो वह कोर्ट से स्टे ले लेता। Haryana News
बिना पैमाइश करवाए और नोटिस दिए कार्रवाई करना गलत है। ऐसे में एक व्यक्ति पहले जेसीबी के आगे बैठा, बाद में जहां से दुकान को तोड़ रहे थे, वहां बैठ गया।
सरपंच प्रतिनिधि के साथ हुई तीखी नोकझोंक
मिली जानकारी के अनुसार, कब्जा कार्रवाई करने गई टीम के साथ ग्रामीणों की जमकर नोकझोंक हुई। इस दौरान सरपंच प्रतिनिधि के साथ भी जमकर बहस की गई। ग्रामीण व पुलिस आमने सामने हो गए। जब पुलिस ने जबरन दुकान को तोड़ने का प्रयास किया तो ग्रामीण अंदर बैठ गया। इसके बाद जेसीबी को मौके से हटाया गया। Haryana News
सरपंच ने अपने कब्जे हटाए नहीं, दूसरों के तुड़वा रहा मकान
जानकारी के मुताबिक, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरपंच प्रतिनिधि स्वराज हुड्डा ने अपने कब्जे तो हटाए नहीं, दूसरों के मकान तोड़े जा रहे है। गली की जिस लाइन में सरपंच के मकान है, वहां की पैमाइश तक नहीं होने दी जा रही है। पैमाइश में सरपंच के मकान वाली लाइन में तोड़फोड़ होनी है, लेकिन सरपंच ऐसा होने नहीं दे रहा।
60 लोगों को पहले ही दिया गया था नोटिस
मिली जानकारी के अनुसार, सरपंच प्रतिनिधि स्वराज हुड्डा ने बताया कि गांव के 60 लोगों को पहले ही नोटिस दिया हुआ था। जब टीम कब्जा कार्रवाई करने गई तो कुछ लोग विरोध करने लगे। Haryana News
लेकिन अवैध कब्जों को हटाने का काम किया गया है। कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस प्रशासन को कहा गया है।