Haryana Weather: हरियाणा में 7 दिनों तक होगी जोरदार बारिश, IMD ने इन जगहों पर जारी किया अलर्ट
Haryana Weather: हरियाणा में मौसम फिर से बदल गया है। हल्की बारिश और बूंदाबांदी के बाद वातावरण ठंडा हो गया है, जिससे भीषण गर्मी से राहत मिली है। भारतीय मौसम विभाग ने आज से 7 दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिससे प्रदेश के नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
कल कैसा रहेगा मौसम?
अगले कुछ दिनों तक रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है। इससे तापमान में और गिरावट आ सकती है, लेकिन 17 जून को हरियाणा में सामान्य मौसम के दौरान उमस लोगों को थोड़ा असहज कर सकती है। आज अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा, जबकि न्यूनतम तापमान गिरकर 24 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। दिनभर आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे तथा धूप खिली रहेगी। Haryana Weather
18 जून का मौसम
हरियाणा में 18 जून को तापमान में मामूली बढ़ोतरी होने की संभावना है। 19 जून को हरियाणा में बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार आज कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इससे तापमान कम हो जाएगा। Haryana Weather
19 जून का मौसम
मौसम विशेषज्ञ डॉ। चंद्रमोहन के अनुसार, एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिससे 19 से 23 जून तक प्री-मानसून गतिविधियां तेज़ होंगी। इसके बाद राज्य में मानसून की औपचारिक एंट्री संभव है। आने वाले दिनों में मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिलेंगे। 19 जून को फिर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। Haryana Weather
20 व 21 जून का मौसम
20 जून को समय फिर बदलेगा और काले बादल मंडराएंगे। अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। बारिश के बाद मौसम सुहाना हो जाएगा, जिससे लोगों को राहत मिलेगी। 21 जनवरी को हरियाणा के कई हिस्सों में जमकर बारिश होगी। न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। Haryana Weather
22 जून का मौसम
22 जून को फिर बारिश की संभावना है। अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। हरियाणा में 23 जून को मौसम सामान्य रहेगा। आज अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। हालांकि, बादल छाए रहने की संभावना बनी रहेगी। Haryana Weather
मानसून की दस्तक
हरियाणा मौसम अपडेट जून 2025 साफ इशारा करता है कि राज्य में अब गर्मी की तपिश घट रही है और मानसून की दस्तक नजदीक है। आगामी 7 दिनों तक रुक-रुक कर बारिश, बादल और ठंडी हवाएं लोगों को राहत देने के साथ-साथ कृषि और पर्यावरण के लिए भी अनुकूल साबित होंगी।