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भिवानी में आढ़तियों का हेंडलिंग एजेंट बनने से इनकार, नहीं हुई खरीद

 

भिवानी में सरसों की खरीद पर संकट मंडरा रहा है। इसका कारण यह है कि भिवानी अनाज मंडी के सभी आढ़तियों ने हेंडलिंग एजेंट बनने से मना कर दिया है। जबकि सरकार हेंडलिंग एजेंट बनाकर उनके माध्यम से सरसों की खरीद करने के बात कर रही है।

बता दें कि प्रदेशभर की अनाज मंडियों में 15 मार्च से सरसों की सरकारी खरीद शुरू हो गई है। लेकिन भिवानी की बात करें तो यहां अभी आवक धीमी होने के चलते खरीद नहीं हो पा रही है। जो किसान सरसों लेकर पहुंचे हैं, उसमें नमी होने के कारण सरकारी खरीद नहीं हो पाई। 

सरकार की व्यापारी हटाने की नीति नई अनाज मंडी के आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान भुरू ने कहा कि सरकारी की जो नीतियां हैं, वह व्यापारी हटाने की नीतियां हैं। हमारे ऊपर इतनी शर्तें थौंपी जा रही है, उन शर्तों को पूरा नहीं कर पा रहे। हेंडलिंग एजेंट के लिए जैसे 25 लाख रुपए सिक्योरिटी, मकान की रजिस्ट्री, ब्लैंक चेक मांगे जा रहे हैं। सरकार उन्हें ठेकेदार बना रही है, ना कि आढ़ती। 25 लाख रुपए जमा करवाकर भी आढ़ती का दर्जा नहीं मिला रहा, ठेकेदार और मजदूर का दर्जा मिल रहा है। 

भुरू प्रधान ने कहा कि यह राशि भी तीन-चार महीने बाद मिलती है। आढ़ती इस रकम को भरने के लिए किसी भी सूरत में तैयार नहीं हैं। सरकार की अभी कोई तैयारियां ही नहीं हैं। हेंडलिंग एजेंट ही नहीं बन पाए हैं। किसान तो अभी परेशान होगा। 4-5 दिन सरसों की आवक बढ़ेगी। 100-200 ट्रॉली सरसों प्रतिदिन आएगी मंडी में, एक आढ़ती उस जमीदार की सरसों रख पाएगा। बड़ी भारी समस्या आएगी। 

भिवानी मार्केट कमेटी के सचिव अनिल कुमार ने बताया कि अभी तक सरसों की सरकारी खरीद नहीं हुई है। इसका एक कारण तो यह भी है कि आवक बहुत कम है। एकाध किसान ही सरसों लेकर पहुंचा है। जिसमें नमी अधिक होने के कारण खरीद नहीं हो रही। अभी किसान लावणी लगे हुए हैं। एक-दो दिन में आवक शुरू हो जाएगी।