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बोर्ड अध्यक्ष ने नकल रहित परीक्षा के प्रति छात्र छात्राओं को किया प्रेरित 

 

भिवानी में आज राजकीय उच्च  विद्यालय शहीद ओपी दलाल घुसकानी के विद्यार्थी  शिक्षा बोर्ड में चेयरमेन से संवाद करने की लिए पहुंचे।इस दौरान बच्चों ने परीक्षाओं से सम्बंधित सवाल जवाब पूछे। वहीं बोर्ड अध्यक्ष ने उनके सवालों के जवाब दिए व बच्चो का उज्ज्वल भविष्य करने के लिए उन्हें प्रेरित किया।

बच्चों में आजकल बोर्ड परीक्षाओं से पहले जो तनाव व घबराहट होती है उससे पार कैसे पाया जाए इस तरह के सवालों व उनके निदान के लिए बच्चे आज बोर्ड परिसर में  पहुंचे थे। कलगभग दो महीने बाद 10वी व 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं भी होने वाली है। 

 बता दे कि यह समझना बेहद जरूरी हो गया है कि आजकल के बच्चों में  परीक्षाओं के दौरान चिंता, अवसाद और तनाव के लक्षण अधिक दिखाई दे रहे हैं। जो आगे चलकर बड़ी समस्याओं का कारण बन सकते हैं। आजकल स्कूलों में प्रणालियों में रटने, सख्त अनुशासन और मानकीकृत परीक्षाओं पर ज़ोर दिया जाता था। आज भी कई स्कूलों में धमकाने की घटनाएँ होती हैं, जिससे छात्रों के मन में भय और तनाव पैदा होता है। इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चो में मानसिक विकास को बढ़ावा मिलता है।

परीक्षा के दबाव से लेकर सामाजिक परिवेश तक, स्कूल सहारा और तनाव दोनों का स्रोत हो सकता है। बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं, ऐसे में यह स्पष्ट है कि स्कूलों की भूमिका केवल शिक्षा तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इससे कहीं अधिक व्यापक है।
बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य यह दर्शाता है कि आजकल बच्चों पर कितना मानसिक दबाव या तनाव है। यह यह भी बताता है कि बच्चे पहले की तुलना में अधिक चिड़चिड़े और समस्याग्रस्त होते जा रहे हैं।

बोर्ड चेयरमैन ने बताया कि इस तरह के संवाद से बच्चों का मानसिक व सर्वांगीण विकास होता है,और कहीं ना कहीं पेपर की तैयारी के लिए यह कारगर साबित भी होगा।
वहीं छात्रा हीना ने बताया कि इस मीटिंग से उन्हें आज बहुत कुछ सीखने को मिला है तथा नकल रहित परीक्षा के लिए भी उन्हें प्रेरित किया गया है।