रोहतक में MP के मुस्लिम परिवार को लेकर विवाद
Apr 29, 2025, 12:53 IST
रोहतक में एक मुस्लिम परिवार को घर खाली कर चले जाने को कहा गया है। परिवार का आरोप है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरपंच का बेटा ग्रामीणों को साथ लेकर आया। उसने चेतावनी दी है यहां से घर छोड़कर वापस चले जाओ। अगर नहीं गए और रात को कुछ घटना हो गई तो इसमें ग्रामीणों की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
यह मुस्लिम परिवार मूलरूप से मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के चंदन नगर शेरपुर का रहने वाला है। यह परिवार 15 वर्षों से यहां रोहतक में रहकर कारोबार कर रहा है। हालांकि, इस मामले में सरपंच का कहना है कि किसी को निकलने के लिए नहीं कहा गया।
सरपंच ने कहा कि पंचायत में सावधानी बरतते हुए सभी किराएदारों को पुलिस वेरिफिकेशन के लिए बोला गया है। वहीं, पुलिस का कहना है कि मामले में दोनों पक्षों के बीच समझौता करवा दिया गया है।
- शाम को घर से निकालने आया सरपंच का बेटा: रोहतक के खरावड़ गांव में रहने वाली तान्या बी ने बताया है कि बीते शनिवार को शाम करीब पौने 7 बजे सरपंच के बेटे दीपक मलिक आए थे। उनके साथ 7-8 लोग भी थे। ये आकर कहने लगे कि कश्मीर में गोली चली है। तुम्हारे वालों ने गोली चला दी। इसलिए, तुम यहां से निकलो। हरियाणा के अंदर मुसलमान नाम का कोई भी नहीं रहेगा।
- रात को घटना की चेतावनी दी: मैंने उनसे कहा कि इसमें हमारी क्या गलती है? जिन्होंने किया है, उन्हें सजा दो। इस पर वे बोले कि नहीं, आपको जाना पड़ेगा। आप नहीं जाओगे, और रात कोई घटना हो जाए तो उसके जिम्मेदार हम नहीं होंगे। मैंने कहा कि हम इतने दिन से यहां रह रहे हैं। तब से कोई घटना नहीं हुई तो अब कैसे हो जाएगी?
- चले जाने का वादा लिखित में लिया: वे फिर भी कहते रहे कि आपको जाना होगा। उन्होंने मुझसे जाने का वादा लिखित में लिया। मैंने उनसे कहा था कि हम एक दिन में तो चले नहीं जाएंगे। मुझे कम से कम एक महीने का टाइम दो। यह उन्होंने मुझसे लिखवा लिया और पता नहीं किसी ने उसे वायरल कर दिया।
- रात थी इसलिए पुलिस के पास भी नहीं जा सके: उस समय हम पुलिस के पास भी नहीं जा सके, क्योंकि रात का समय था। घर में बच्चे थे। उन्हें छोड़कर जा नहीं सकती थी। मेरा घरवाला भी नहीं था। इसलिए मैंने सोचा कि सुबह जाऊंगी। हालांकि, मेरे जाने से पहले सुबह पुलिस ही घर आ गई। उन्होंने दीपक मलिक को बुलाया।
- सरपंच का बेटा पुलिस के सामने पलट गया: पुलिस के सामने दीपक मलिक अपने बयान से मुकर गया। वह कहने लगा कि मेरा यह मतलब नहीं था। मैंने कहा कि अगर आपको चिंता करनी थी तो आप कहते कि दंगे हो रहे है, संभल कर रहना। आप ये थोड़े ही बोल सकते हैं कि मुस्लिम हो, इसलिए यहां से निकल जाओ।
- बिना खाना खाए सोए बच्चे: इस धमकी के बाद हम बहुत डर गए थे। मेरी बड़ी बेटी ने रात में खाना भी नहीं खाया। वह भूखी ही सोई। हम मूल रूप से इंदौर के रहने वाले हैं। हरियाणा में हम 15 साल से किराए पर रह रहे हैं और स्क्रैप का कारोबार करते हैं।