बुचडख़ाने खोलने के फैसले के विरोध में सडक़ों पर उतरे गौभक्त
भिवानी :
महान गौभक्त वीर हरफूल सिंह जाट जुलाणी वाला के आदर्शों से प्रेरित गौशाला खावा के नेतृत्व में बुचडख़ाना विरोधी आंदोलन ने एक बार फिर ज़ोर पकड़ लिया है।
गौशाला महासंघ हरियाणा के बैनर तले योगी बाबा केदार नाथ महाराज के मार्गदर्शन में राज्य और केंद्र सरकारों को ज्ञापन सौंपे गए। इस व्यापक आंदोलन का मुख्य उद्देश्य हरियाणा में अवैध और अनियंत्रित बुच्चडख़ानों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाना और गौवंश की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
इसी कड़ी में बुधवार को ग्राम स्वराज किसान मोचा, गौ किसान समृद्धि ट्रस्ट व गौशाला महासंघ के बैनर तले योगी बाबा केदार नाथ महाराज के मार्गदर्शन व गौरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार के सहयोग से उपायुक्त के माध्यम से प्रदेश सरकार के नाम मांगपत्र सौंपा। इस मौके पर गौ किसान समृद्धि ट्रस्ट के अध्यक्ष गौभक्त महेंद्र सिंह गोदारा ने बताया कि प्रशासन के माध्यम से हरियाणा के मुख्यमंत्री और भारत सरकार को ज्ञापन दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि गौवंश की हत्या बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सरकार को इस दिशा में कड़े कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि कहा कि गौ माता हमारी संस्कृति की आत्मा है और इसकी रक्षा करना हम सभी का नैतिक और धार्मिक कर्तव्य है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि गौभक्तों की भावनाओं का सम्मान किया जाए और जल्द से जल्द बुचडख़ाना विरोधी कानून को सख्ती से लागू किया जाए।
उनहोंने कहा कि गौभक्त हरफूल सिंह जाट जुलाणी वाला ने अंग्रेजों के समय में अनेक बुचडख़ानों को ध्वस्त कर गौवंश की रक्षा की थी, लेकिन आज सरकार उनकी के प्रदेश में बुचडख़ाने खोलने की अनुमति देकर उनके संघर्ष व बलिदान का अपमान कर रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस मौके पर ग्राम स्वराज किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जोगेंद्र तालु ने कहा कि एक तरफ तो सरकार गौ संवर्धन की बात करती है, वही दूसरी तरफ बुचडख़ाने खोलने की अनुमति देकर गौहत्या की अनुमति दे रही है। उन्होंने कहा कि यह सरकार की दोगली नीति को दर्शाता है।
ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने मांग की कि हरियाणा में सभी अवैध और अनियंत्रित बुच्चडख़ानों पर तुरंत और स्थायी रूप से प्रतिबंध लगाया जाए, गौवंश की तस्करी और हत्या में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, गौशालाओं को पर्याप्त सरकारी सहायता दी जाए और गौवंश के लिए कल्याणकारी योजनाएं शुरू की जाएं।
उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं किया, तो यह आंदोलन और भी उग्र रूप ले सकता है और वे राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे। इस मौके पर महेंद्र पाल यादव स्वतंत्रता सेनानी कल्याण संगठन के अध्यक्ष, तोशाम गौशाला अध्यक्ष सतपाल दुन सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं ने भी इस आंदोलन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।