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गोल्ड मेडलिस्ट राहुल धनघस का गांव धनाना में स्वागत

 

भिवानी :

खेलों की नर्सरी कहे जाने वाले हरियाणा के भिवानी जिले के लाडले ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। नेपाल के पोखरा में आयोजित प्रथम पुरुष एवं महिला दक्षिण एशियाई गोल शॉट बॉल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर स्वदेश लौटे राहुल धनघस का मंगलवार को उनके पैतृक गांव धनाना में जोरदार स्वागत किया गया।

राहुल की इस ऐतिहासिक जीत के बाद मगलवार को उनके सम्मान में गांव धनाना स्थित डीपीएस स्कूल के प्रांगण में एक भव्य स्वागत समारोह आयोजित किया गया। विद्यालय निदेशक प्रमोद कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि राहुल इसी स्कूल के पूर्व छात्र रहे हैं, इसलिए उन्हें अपने बीच पाकर स्कूल के शिक्षकों और छात्र-छात्राओं में भारी उत्साह देखा गया। ग्रामीणों ने राहुल को फूल-मालाओं से लाद दिया और ढोल-नगाड़ों की थाप पर उन्हें कंधे पर उठाकर विजय जुलूस निकाला। राहुल के पिता सुखबीर सिंह ने बताया कि राहुल शुरू से ही खेल के प्रति समर्पित रहे हैं।

उन्होंने अपनी खेल यात्रा की शुरुआत एक नर्सरी प्लेयर के रूप में की थी। कड़ी मेहनत और कोच सोमबीर सिंह के मार्गदर्शन में राहुल ने अंतरराष्ट्रीय स्तर तक का सफर तय किया। इस चैंपियनशिप में उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए शानदार प्रदर्शन किया और टीम को स्वर्ण पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई।

इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय कोच परमवीर सिवाच और विवेक कुमार भी मौजूद रहे, जिन्होंने राहुल की तकनीकी बारीकियों पर काम किया। कोच सोमबीर सिंह ने बताया कि राहुल ने दक्षिण एशिया के विभिन्न देशों (बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, पाकिस्तान और श्रीलंका) के खिलाडिय़ों के खिलाफ जबरदस्त मानसिक और शारीरिक कौशल का परिचय दिया।

स्वागत से गदगद राहुल धनघस ने अपनी इस जीत का श्रेय अपने माता-पिता, एसोसिएशन के प्रधान परमवीर सिवाच, महासचिव विवेक कुमार,  कोच सोमबीर सिंह और डीपीएस स्कूल के शिक्षकों को दिया। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य देश के लिए और भी पदक जीतना है। अगर आपके पास लक्ष्य और मेहनत करने का जज्बा है, तो गांव की गलियों से निकलकर भी आप दुनिया के किसी भी कोने में तिरंगा फहरा सकते हैं। इस अवसर पर विद्यालय निदेशक प्रमोद कुमार, महिला निदेशक संजू देवी, रमेश कबड्डी कोच, हेमंत, नीरज, जयप्रकाश सहित अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।