Haryana: हरियाणा से नोएडा एयरपोर्ट जाना हुआ बिल्कुल आसान, कालिंदी कुंज मार्ग को लेकर आया बड़ा अपडेट
Haryana: हरियाणा वासियों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है, अब हरियाणा के फरीदाबाद से नोएडा एयरपोर्ट पहुंचना बिल्कुल आसान होने वाला है। इसके लिए बनने वाले कालिंदी कुंज मार्ग को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, शहरी विकास प्रधान सलाहकार ने इस मार्ग को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए बनाए जाने ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेजी से चलाएं। ताकि परियोजना को समय पर पूरा किया जा सके।
मिली जानकारी के अनुसार, इसी तरह से कालिंदी कुंज मार्ग के निर्माण की गति को बढ़ाएं। यह दोनों परियोजना केंद्र से जुड़ी हुई हैं। दोनों को समय पर तैयार करना जरूरी है। Haryana to Noida Airport
जानकारी के मुताबिक, अधिकारियों ने बैठक में बताया कि कालिंदी कुंज मार्ग पर एक किलोमीटर लंबे खंड के लिए DPR (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) प्रस्तावित कर दी गई है, जिससे परियोजना को जल्द ही कार्यान्वयन स्तर पर लाया जा सके। एलिवेटेड रोड निर्माण कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, सभी विभागों के बीच समन्वय स्थापित किया गया है। ढेसी ने FMDA को निर्देश दिए कि वह सड़कों से संबंधित संरचना विकास कार्यों के लिए अनुमान एस्टीमेट अभी तैयार करें। ताकि आगामी वित्त वर्ष इन प्रस्तावों को हाई परचेज समिति से पारित कराया जा सके। कार्यों को मंजूरी मिलते ही जल्द कार्य पूरा कराया जा सके। Haryana to Noida Airport
जानकारी के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि STP मिर्जापुर से मास्टर सीवर लाइन बिछाने का कार्य प्रगति पर है। अमृत-एक योजना के तहत खेड़ी ब्रिज से STP मिर्जापुर तक 1800 मिमी व्यास की मास्टर सीवर लाइन बिछाने का कार्य को नगर निगम फरीदाबाद ने गति दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, ग्रेटर फरीदाबाद क्षेत्र में सड़क, जलापूर्ति, सीवरेज और जल निकासी से संबंधित विकास कार्यों को गति देने के लिए एचएसवीपी ने बाधाओं के समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। बुनियादी सुविधाओं का तेजी से विकास होगा और लोगों को लाभ मिलेगा। Haryana to Noida Airport
जानकारी के मुताबिक, नीलम फ्लाई ओवर, सेक्टर-15 व 15ए की सड़कों पर नई स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं। ढेसी ने इन लाइटों का रख-रखाव नगर निगम देने के निर्देश दिए हैं। ताकि पूरे शहर में एकल एजेंसी द्वारा बेहतर समन्वय के साथ रख-रखाव किया जा सके।