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दादरी में पुलिस की मौजूदगी में बंटी खाद, तेज धूप में महिलाएं भी लाइनों में दिखी 

 

चरखी दादरी

डीएपी और यूरिया खाद की किल्लत बनी हुई है, जिससे किसानों में रोष देखने को मिल रहा है। मंगलवार को काफी संख्या में किसान खाद लेने के लिए पहुंचे, जिसके चलते व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस बुलानी पड़ी। पुलिस की मौजूदगी में खाद का बांटी गई। इस दौरान तेज धूप में महिलाएं भी लाइनों में लगी दिखाई दी।

 बता दे कि बारिश होने के बाद से बाजरा, कपास और दूसरी फसलों में डालने के लिए यूरिया खाद की जरूरत बढ़ गई है। वहीं धान रोपाई के चलते डीएपी की भी काफी डिमांड है। इसके चलते चरखी दादरी की पुरानी अनाज मंडी स्थित खाद वितरण केंद्र पर आज काफी संख्या में किसान पहुंचे।

इस दौरान महिलाएं भी लाइनों में दिखाई दी। किसानों की भीड़ और पहले खाद लेने की मारामारी के चलते वहां व्यवस्था बनाने के लिए वहां पुलिस बुलानी पड़ी, जिसके बाद पुलिस की मौजूदगी में खाद बांटी गई। 

खाद के लिए किसानों को घंटों में लाइनों लगना पड़ा। तेज धूप और उमस भरी गर्मी के बीच लाइनों में लगे किसानों में काफी रोष देखने को मिला। किसानों ने कहा कि पीने के पानी तक की सुविधा नहीं है और वे घंटों से लाइनों में लगे हैं। उन्होंने कहा कि वे तीन दिन से खाद लेने आ रहे हैं लेकिन खाद नहीं मिल पा रही है।

खाद के लिए महिलाएं भी लाइनों में लगी नजर आई। महिलाओं ने रोष जताते हुए कहा कि वे सुबह आकर लाइन में लगी थी लेकिन दोपहर तक खाद नहीं मिली। उन्होंने कहा कि वे घर का काम छोड़कर लाइनों में लगने को मजबूर हैं।

वहीं यूरिया का स्टॉक खत्म होने पर लाइनों में लगे किसानों में रोष देखने को मिला। द जमींदारा कॉम्पेरेटिव सोसाइटी के प्रबंधक राजेश ने बताया कि यूरिया का स्टॉक खत्म हो गया है। 5 हजार बैग की डिमांड भेजी गई है। किसानों को करीब एक हफ्ते यूरिया के लिए इंतजार करना पड़ेगा।

खाद का स्टॉक पर्याप्त मात्रा में नहीं होने के कारण किसानों को सीमित मात्रा में बैग दिए गए। समिति प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि एक आधार कार्ड पर किसान को डीएपी के 3 व यूरिया के पांच बैग दिए गए हैं। वहीं किसानों ने डीएपी के साथ एनपीके दिए जाने पर नाराजगी जाहिर की।