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मानहेरू माध्यमिक विद्यालय में मनाया शहीद सम्मान दिवस 

 

भिवानी:

देश की रक्षा में 15 दिसंबर 1991 को एक सैन्य ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए सीआरपीएफ इंस्पेक्टर बाबू सिंह की स्मृति में सोमवार को जिला के गांव मानहेरू स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में शहीद सम्मान दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर इस मौके पर मुख्य तौर पर सीआरपीएफ इंस्पेक्टर सतबीर सिंह, सब इंस्पेक्टर रमेश कौशिक पहुंचे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य विवेक अदलखा ने की। कार्यक्रम में मंच का संचालन अंग्रेजी प्रवक्ता प्रवीण शर्मा ने किया। इस मौके पर शहीद वीरांगना प्रेमलता, पुत्र रूपेंद्र, पूर्व सरपंच व समाजसेवी नरेश कुमार, शिक्षाविद सरवर सिंह व अन्य परिजन विशेष तौर पर भी मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरूआत शहीद के चित्र पर पुष्प अर्पित कर की गई। इसके उपरांत विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक व देशभक्ति कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिससे माहौल पूरी तरह से देशभक्तिमय हो गया।

कार्यक्रमों के दौरान 11वीं कक्षा की छात्रा अंशु ने सैनिक का जीवन पर आधारित एक कविता प्रस्तुत की, जिसे उपस्थित सभी लोगों ने खूब सराहा। इस मौके पर इंस्पेक्टर सतबीर सिंह ने शहीद बाबू सिंह की शहादत को याद करते हुए कहा कि सीआरपीएफ इंस्पेक्टर सतबीर सिंह व सब इंस्पेक्टर रमेश कौशिक ने कहा कि शहीद इंस्पेक्टर बाबू सिंह ने देश की अखंडता के लिए नागालैंड में अपने प्राणों की आहुति दी थी।

उनका यह बलिदान ना केवल सीआरपीएफ बल्कि पूरे देश और विशेषकर मानहेरू गांव के लिए गौरव की बात है। एक सैनिक का जीवन देशसेवा के लिए समर्पित होता है और बाबू सिंह ने उस परंपरा को निभाते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। उनकी वीरता आने वाली पीढिय़ों, खासकर इस विद्यालय के छात्रों को हमेशा प्रेरित करती रहेगी।

इस मौके पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य विवेक अदलखा व राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की प्राचार्या कृष्ण कुमारी ने कहा कि हम आज यहां जिस खुली हवा में सांस ले रहे हैं, वह हमारे सीमा प्रहरियों और शहीद बाबू सिंह जैसे वीर सपूतों के बलिदान का ही परिणाम है। 15 दिसंबर 1991 का दिन हमें याद दिलाता है कि कर्तव्य पथ पर चलते हुए हमारे जवानों ने कभी पीछे मुडक़र नहीं देखा।

हमें अपने शहीदों के परिवारों का सम्मान करना चाहिए और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। इस अवसर पर विकास चौधरी, अजय राठी, दयानंद डीपीई, सुनील कुमारी डीपीई, राजकुमार शर्मा, नरेश शर्मा, अनिल कादियान सहित समस्त स्टाफ सदस्य व विद्यार्थी मौजूद रहे।