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सेना पर कमेंट करने वाला प्रोफेसर खान गिरफ्तार 

 

हरियाणा में सेना के 'ऑपरेशन सिंदूर' पर कमेंट करने वाले प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को सोनीपत पुलिस ने दिल्ली के ग्रेटर कैलाश से गिरफ्तार कर लिया है। अशोका यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले इस प्रोफेसर ने कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर भी आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं। इस पर जठेड़ी गांव के सरपंच ने राई पुलिस को शिकायत दी थी।

वहीं हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने प्रोफेसर को समन जारी करते हुए 14 मई 2025 को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का आदेश दिया था। समन के बावजूद जब प्रोफेसर पेश नहीं हुआ, तो रेणु भाटिया ने FIR दर्ज करवाने की बात कही। इसके बाद वह खुद यूनिवर्सिटी पहुंचीं, लेकिन वहां भी उन्हें प्रोफेसर नहीं मिला। 15 मई को अशोका यूनिवर्सिटी में पूछताछ के लिए गईं भाटिया को पुलिस का ढाई घंटे तक इंतजार करना पड़ा।

उन्हें न तो महिला SHO मिलीं और न ही ACP भेजी गई। भाटिया ने इसे सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताते हुए नाराजगी जताई। इस मामले में पुलिस की लापरवाही के आरोपों के बाद शनिवार को सोनीपत जिले की महिला पुलिस कमिश्नर नाजनीन भसीन का तबादला कर दिया गया। भसीन की जगह ADGP ममता सिंह को सोनीपत पुलिस कमिश्नरेट का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। 

ठेड़ी गांव के सरपंच योगेश ने कहा कि मैं अक्सर अशोका यूनिवर्सिटी में आता-जाता रहता हूं। पहलगाम हमले के बाद सेना की पहली कार्रवाई की प्रेस ब्रिफिंग महिला अफसर कर्नल सोफिया कुरैशी ने की। इस दौरान प्रोफेसर अली खान ने कहा कि सरकार सिर्फ दिखावे के लिए कर्नल सोफिया को आगे ला रही है, जबकि सरकार आमतौर पर मुस्लिमों और उनके धर्म के खिलाफ काम करती है।

 योगेश ने आगे कहा, "प्रोफेसर ने यह भी कहा कि दोनों देशों की फौजों में कुछ ‘पागल’ अफसरों की वजह से बॉर्डर पर तनाव होता है और बेगुनाह लोगों को जबरन और बिना मतलब मौत के मुंह में धकेला जा रहा है। जब पूरा देश आतंकियों के खिलाफ सेना के साथ खड़ा था, उस वक्त प्रोफेसर अली खान लोगों को देश के खिलाफ भड़काते रहे। उन्होंने धर्म के नाम पर लोगों की भावनाएं भड़काकर विदेशी ताकतों को फायदा पहुंचाने का प्रयास किया। यह बात उन्होंने मेरे सामने कही थी, उस वक्त वहां 4-5 और लोग भी मौजूद थे।"

 7 मई 2025 को सोनीपत की राई एजुकेशन सिटी में स्थित अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान ने सोशल मीडिया सहित विभिन्न सार्वजनिक मंचों पर ऑपरेशन सिंदूर के संबंध में कुछ टिप्पणियां की थीं। अली खान ने उन दो महिला सैन्य अधिकारियों कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह को लेकर आपत्तिजनक बातें कहीं थीं, जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर की प्रेस ब्रीफिंग की थी।

 12 मई 2025 को हरियाणा राज्य महिला आयोग ने प्रोफेसर के सोशल मीडिया पोस्ट का स्वत: संज्ञान लिया। आयोग ने उनके बयानों को भारतीय सेना में कार्यरत महिला अधिकारियों के प्रति अपमानजनक और सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने वाला माना। इस पर महिला आयोग की ओर से सख्त प्रतिक्रिया आई। ऑपरेशन सिंदूर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले एसोसिएट प्रोफेसर अली खान को आयोग ने 14 मई को पेश होने का आदेश दिया था। मगर वो पेश नहीं हुए।

15 मई 2025 को रेणु भाटिया खुद ही अशोका यूनिवर्सिटी पहुंच गई थीं। मगर, यहां उन्हें पुलिस का ढाई घंटे तक इंतजार करना पड़ा। उन्हें न तो महिला SHO मिलीं और न ही ACP भेजा गया था। भाटिया ने इसे सिक्योरिटी प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताते हुए नाराजगी जताई थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि उन्हें यूनिवर्सिटी दौरे के दौरान सुरक्षा नहीं दी गई। उनका 11 बजे पहुंचने का समय तय था, लेकिन पुलिस की लापरवाही के कारण वे ढाई घंटे देर से पहुंचीं। उन्होंने इसकी शिकायत डीजीपी से भी की थी।