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जनप्रतिनिधि व अधिकारी आमजन की समस्याओं से बने बैठे अनजान, नागरिक परेशान : कामरेड ओमप्रकाश 

 

भिवानी:

इन दिनों भिवानी जिला भर में बिजली व पानी का संकट गहराया हुआ है। एक तरफ रात को बिजली कटों व भंयकर गर्मी व मच्छरों से परेशान लोग सो भी नहीं पाते। वहीं पिछले एक सप्ताह से शहर, कस्बों व गांवों में पानी की एक बूंद भी नहीं आ रही है। जिले के सभी टैंक, गांव के बुस्टिंग स्टेशन व तालाब सूखे पड़े है। जनता को महंगे पैसे लगाकर पीने के पानी के कैंपर व टैंकर मंगाने पर मजबूर होना पड़ रहा है, वही जिला के अफसरान व जनप्रतिनिधि अपने एसी दफ्तरों व घरों में ऐश आराम कर रहे और काम से छुटकारा पाकर निहाल हो रहे है।
      पीने के पानी व बिजली कटौती से तंग आकर जनता संबंधित अधिकारियों को फोन करती है तो कोई अधिकारी व कर्मचारी उनके फोन नहीं उठाते है। जनसंघर्ष समिति के संयोजक व माक्र्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के जिला सचिव कामरेड ओमप्रकाश के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जनता की समस्याओं को लेकर मंगलवार को जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षक अभियंता व कार्यकारी अभियंता से उनके कार्यालय में मिलने गए तो अधीक्षक अभियंता वहां नहीं थे, परन्तु जाते जाते कार्यकारी अभियंता सूर्यकांत मिल गए तो उन्होंने कहा कि वे उपायुक्त के साथ बैठक करने जा रहे हैं तथा पानी के लिए टैंकरों की व्यवस्था करवाए जाने का आश्वासन भी कार्यकारी अभियंता ने दिया।
     इस अवसर पर कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि संबंधित विभाग के अफसरों, अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों विशेषकर विधायक, सांसद व मंत्री आमजन की मूलभूत समस्याओं से अनजान बने बैठे है।

उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों द्वारा समय रहते टैंकरों की कोई व्यवस्था की जाती तथा उपायुक्त व संबंधित विभाग के अफसरों के साथ बैठकर इस समस्या के समाधान हेतु योजना बनानते तो बिजली व पानी को लेकर स्थिति इतनी भयंकर नहीं बनती। कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि सांसद व विधायक को अपने कोटे की राशि से पर्याप्त संख्या में  टैंकर खरीद करवानी चाहिए थी।

उन्होंने कहा कि अब कोई व्यक्ति पानी संकट के लिए संबंधित विभाग को टैंकर की मांग करता है तो कर्मचारी व अधिकारी फोन ही नहीं उठाते। यदि कोई उठाता है तो पीने के पानी के लिए साफ मना कर देता है कि पानी 23 मई को आएगा। उन्होंने कहा कि स्थानीय विद्या नगर में पिछले चार दिन से बिजली नहीं आ रही है।
     माकपा नेत्री संतोष देशवालव व रामफल देशवाल के नेतृत्व में  एक दर्जन महिलाएं विद्युत निगम के अधिकरियों से मिलकर बिजली बहाल करने की मांग की है। पानी के लिए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कार्यालय में गए प्रतिनिधि मंडल में सुल्तान सिंह, संजय कुमार, संदीप ढांडा भी शामिल रहे।