एसडीएम ने किसानों से किया पराली नहीं जलाने का आह्वान
तोशाम
एसडीएम रवि मीणा (आईएएस) ने उपमंडल के किसानों से पराली नहीं जलाने का आह्वान करते हुए कहा कि वे कृषि विभाग की पराली प्रबंधन के लिए दिए जाने वाले 1200 रुपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन का लाभ उठाएं।
उन्होंने बताया कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए हर खेत पर सैटलाईट मॉनिटरिंग सिस्टम द्वारा सख्त निगरानी रखी जा रही है।
उपमंडल में गठित पराली प्रोटेक्शन फोर्स द्वारा एएफएल ट्रैकिंग से तुरन्त पहचान कर आईसीएआर एवं हैरसक तकनीक से रियल टाइम कार्यवाही की जाएगी।
एसडीएम ने बताया कि पराली जलाने वाले किसानों पर सख्त कार्यवाही अमल मे लाई जाएगी।
क़ृषि विभाग के डॉ राकेश रोहिल्ला ने बताया कि सरकार द्वारा फसल अवशेष जलाने वाले किसानों पर पांच हजार से 30 हजार रुपये तक जुर्माना लगाया जाएगा।
इसके अलावा एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी, मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पर रेड एंट्री व दो वर्ष तक एमएसपी पर फसल बिक्री पर रोक का प्रावधान किया गया है। पिछले वर्ष धान कटाई के दौरान गांव सीपर, बलियाली व बवानी खेड़ा के तीन किसानों क्रमश: संजय कुमार सपुत्र स्वामीदित्ता, करण सिंह पुत्र मंगलाराम व धर्मेन्द पुत्र प्रताप सिंह पर पराली जलाने के कारण चालान, रेड एंट्री व एफआईआर की कार्यवाही की गई थी।
उन्होंने बताया कि किसान आधुनिक पराली प्रबंधन कृषि यंत्रों को अपनाए व धान के फसल अवशेषों का प्रबंधन कर जुर्माने व कार्यवाही से बचें। पराली प्रबंधन से खेत की उर्वरा शक्ति भी बढ़ती है। कृषि यंत्रों की सहायता से इन-सीटू व एक्स-सीटू फसल अवशेष प्रबंधन करने पर किसानों को हरियाणा सरकार द्वारा 1200 रूपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि देने का भी प्रावधान किया गया है।