चंडीगढ़।
हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री सरकार से नाराज हो गए हैं। उन्होंने चिट्ठी लिखकर ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंगों पर सवाल उठाए हैं। जिसमें उन्होंने कहा है कि ग्रीवेंस कमेटी में लिए गए फैसलों पर यदि कोई कार्रवाई नहीं होती है तो ऐसी मीटिंगों का कोई औचित्य नहीं है।
हरियाणा सरकार के सूत्रों के अनुसार गृह मंत्री विज की नाराजगी की वजह हिसार में तीन महीने पहले हुई ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में 2 अधिकारियों के निलंबन पर अभी तक कार्रवाई नहीं होना बताई जा रही है।नाराज विज ने यह भी एलान किया है कि अब वह जिलों में होने वाली ग्रीवेंस कमेटी की किसी भी मीटिंग में हिस्सा नहीं लेंगे।
करीब तीन महीने पहले हिसार की ग्रीवेंस कमेटी में गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने हिस्सा लिया था। इस दौरान उन्होंने शिकायत पर हांसी के नायब तहसीलदार जयवीर और हिसार के सहायक निबंधक (सहकारी समितियां) संदीप को निलंबित कर दिया था, लेकिन आज तक संबंधित अधिकारियों के द्वारा इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
हरियाणा सरकार के सूत्रों ने दावा किया है कि हिसार में हुई इस मीटिंग में गृह मंत्री के आदेश के बाद 16 जनवरी को जिला प्रशासन ने दोनों अधिकारियों के निलंबन की अनुशंसा की थी, लेकिन अभी तक मुख्यालय ने दोषी अधिकारियों के निलंबन के आदेश जारी नहीं किए हैं। मुख्यालय की इस चूक को लेकर ही गृह मंत्री विज की नाराजगी बढ़ी है।
अनिल विज द्वारा सरकार को लिखी गई चिट्ठी में लिखा है कि 13 जनवरी को जिला शिकायत निवारण समिति की बैठक में उन्होंने हिस्सा लिया था। इस दौरान उन्होंने दो अधिकारियों के निलंबन के आदेश जारी किए थे, लेकिन अभी तक कोई भी इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई है। यदि शिकायत निवारण मीटिंग में लिए गए निर्णयों पर कार्रवाई नहीं की जाती है तो मेरा ऐसी बैठकों में शामिल होने का कोई औचित्य नहीं है।
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