ढाणी गंगा बिशन गांव में अपनी पत्नी को पटक-पकटकर मार डालने का आरोपी पुलिस के सामने अजीब बयान दे रहा है। उसके अनुसार उसकी पत्नी में शुक्रवार की आधी रात को अचानक भूतनी घुस गई। इसीलिए उसने चिमटों और संडासी मारकर उसके शरीर से भूतनी को निकाला। कंधे पर उठाकर अनेक बार उसे जमीन पर पटककर मार डाला। उसके हाथ, पैर और उंगलियां टूट गईं। शरीर पर सौ से भी ज्यादा घाव के निशान बने हुए थे।
इसी भूतनी को निकालने के लिए उसने अपनी पत्नी बाला देवी को चिमटों और संडासी से सारे शरीर को नोच डाला। सारे शरीर पर चिमटों और संडासी के निशान हैं। जब बाला देवी बचाव के लिए इधर-उधर भागने लगी तो ताकत में उससे काफी मजबूत रोशन उसे हाथों में उठाकर गेंद की तरह जमीन पर पटक देता था। लाचार बाला देवी मदद के लिए खूब चीखती-चिल्लाती रही। लेकिन उसका घर गांव से दूर खाली जगह खेत में होने के कारण उसकी चीख-पुकार को कोई नहीं सुन सका। उसके शरीर से भूतनी निकालने के चक्कर में रोशन ने अपनी पत्नी को तब तक तड़पा-तड़पाकर मारता रहा, जब तक कि उसकी जान न चली गई। थाना प्रभारी ने बताया कि मृतका के हाथ, पांव में कई फ्रेक्चर हैं।
उसके शरीर का ऐसा कोई अंग बाकी नहीं है, जिसपर घाव न हो। राजस्थान के जिला सीकर के गंाव टाटनवा निवासी 47 वर्षीय बाला देवी व 53 वर्षीय पति रोशन के 14 वर्षों से कोई भी संतान नहीं थी। 2008 में उनकी शादी हुई थी। संतान न होने से भी दोनों परेशान रहते थे। वहीं पति रोशन झाड़-फूंक और तंत्र विद्या के चक्कर में पड़ गया। तांत्रिक या कोई भी साधु-बाबा उसे जो भी बोलता, वह उसकी के फेर में फंस जाता था। अपने छोटे से घर में भी उसने तंत्र विद्या का स्थान सा बना लिया था। घर में वह और उसकी पत्नी दो ही जने रहते थे। गांववासियों ने बताया कि संतान न होने के कारण आरोपी रोशन पिछले काफी दिनों से समाज से कटा-कटा सा रहता था।
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