Expressway: अब गोवा जाने के साथ-साथ कर सकेंगे 3 शक्तिपीठों के शुभ दर्शन, ये रहेगा पूरा रूटमैप

Expressway: केंद्र सरकार द्वारा देशभर में सड़कों का जाल तेजी से बिछाया जा रहा है, ताकि आमजन को आने जाने में ज्यादा फायदा मिल सके। इसी के साथ धार्मिक स्थानों की यात्रा करना भी आसान हो गया है। इसी कड़ी में देश के अंदर नागपुर-गोवा एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। इसकी लंबाई 802 किलोमीटर की है। जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने इस एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण और योजना को मंजूरी दे दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, बता दें कि यह एक्सप्रेसवे रास्ते में 3 शक्तिपीठों के दर्शन आपको कराएगा। एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य पर करीनब 83 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च होगी। Shaktipeeth Expressway
आपको बता दें कि प्रथम बार एक धार्मिक एक्सप्रेसवे का बनाया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे पर यात्रा करते हुए आप 3 शक्तिपीठों के दर्शन भी कर सकेंगे। इसी को लेकर केंद्र सरकार ने इसका नाम ही शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे रख दिया गया है।
अधिग्रहण और योजना को मंजूरी
मिली जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने इस एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण और योजना को मंजूरी दे दी है। Shaktipeeth Expressway
जानकारी के मुताबिक, खास बात ये भी होगी कि ये यह एक्सप्रेसवे गोवा का भी भ्रमण कराएगा और अभी जिस दूरी को पूरा करने में 21 घंटे का वक्तलगता है, वह दूरी सिर्फ 8 घंटे में पूरी हो जाएगी, यानि ये कहे कि सीधे तौर पर आपके 13 घंटे समय की बचत होगी।
मिली जानकारी के अनुसार, आपको बता दें कि नागपुर से गोवा के बीच बनने वाले एक्सप्रेसवे की, जिसे शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे भी नाम दिया गया है. इसको बनाने का कार्य की जिम्मेवारी महाराष्ट्र स्टेट डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन को दिया गया है, इस 802 किलोमीटर के एक्सप्रेसवे का निर्माण जल्द शुरू हो जाएगा। Shaktipeeth Expressway
जानकारी के मुताबिक, क्योंकि भूमि अधिग्रहण का कार्य लगभग पूरा हो गया है, वैसे देखे तो इसे मंजूरी तो मार्च 2023 में ही मिल गई थी, लेकिन अभी तक का वक्तभूमि अधिग्रहण में चला गया। 6 लेन की यह सड़क 2028-29 तक बनकर तैयार हो जाएगी. इसकी लागत करीब 83,600 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
आवंटित किए गए
जानकारी के मुताबिक, इस एक्सप्रेसवे के लैंड अधिग्रहण करने के लिए अभी 20,787 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इस एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट को राज्य द्वारा संचालित बुनियादी ढांचा निगम के माध्यम से क्रियान्वित किया जाएगा, जिसमें भूमि अधिग्रहण और प्रारंभिक नियोजन प्रक्रिया की देखरेख लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा की जाएगी। Shaktipeeth Expressway
मिली जानकारी के अनुसार, प्रोजेक्ट के लिए आवश्यक 8,419 हेक्टेयर में से लगभग 8,100 हेक्टेयर व्यक्तिगत किसानों की जमीन है। कोल्हापुर और उसके आसपास के शुगर बेल्ट जिलों में विरोध प्रदर्शन के कारण इस एक्सप्रेसवे का काम रुक गया था।
इसे महाराष्ट्र शक्तिपीठ महामार्ग के रूप में जाना जाता है, वर्धा जिले के पवनार को महाराष्ट्र-गोवा सीमा के पास सिंधुदुर्ग में पतरादेवी से जोड़ेगा। Shaktipeeth Expressway
यह एक्सप्रेसवे राज्य के 11 जिलों से गुजरते हुए तीन शक्तिपीठों, दो ज्योतिर्लिंगों और पंढरपुर और अंबाजोगाई जैसे आध्यात्मिक केंद्रों सहित 18 प्रमुख धार्मिक स्थलों को जोड़ेगा। यह एक्सप्रेसवे महालक्ष्मी मंदिर (कोल्हापुर), तुलजा भवानी मंदिर (धाराशिव), और रेणुका माता शक्ति पीठ (नांदेड़) जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों को जोड़ेगा।
3 शक्तिपीठों के होंगे दर्शन
मिली जानकारी के अनुसार, आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अगर आप नागपुर से चलकर गोवा घूमने जा रहे हैं। ऐसे में रास्ते में 3 शक्तिपीठों के दर्शन भी साथ ही साथ हो जाएंगे। नागपुर से चलने के बाद सबसे पहले आता है महालक्ष्मी शक्तिपीठ जिसे स्कंदर पुराण के हिसाब से 18 महाशक्तिपीठों में शामिल है। Shaktipeeth Expressway
जानकारी के मुताबिक, इसके बाद आगे बढ़ने पर तुलजा भवानी देवी का शक्तिपीठ आता है, जहां भगवती के बाएं बॉडी का हिस्सा गिरा था, इसी के ही तीसरा और अंतिम शक्तिपीठ पत्रादेवी का आता है, जो वर्धा जिले में पड़ता है।
ट्रेड को बढ़ावा
मिली जानकारी के अनुसार, इसी के साथ ही यह एक्सप्रेसवे नागपुर से सीधे गोवा तक निर्माण कार्य किया जाएगा। यहां हर वर्ष लाखों पर्यटक आते हैं और अब वे सड़क मार्ग से जाना भी पसंद करेंगे। Shaktipeeth Expressway
गलियारे के रूप
जानकारी के मुताबिक, शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे को धार्मिक और सांस्कृतिक गलियारे के रूप में स्थापित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य विदर्भ, मराठवाड़ा और पश्चिमी महाराष्ट्र में धार्मिक स्थलों को जोड़ना है। एक्सप्रेसवे वर्धा, यवतमाल, हिंगोली, नांदेड़, परभणी, लातूर, बीड, धाराशिव, सोलापुर, कोल्हापुर और सिंधुदुर्ग से होकर गुजरेगा। Shaktipeeth Expressway
मिली जानकारी के अनुसार, प्रोजेक्ट के लिए अब 20,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। पूरा होने तक लगभग 80,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। अधिकारियों का कहना है कि इस एक्सप्रेसवे के पूरा होने से नागपुर से गोवा का सफर 8 घंटे में पूरा हो जाएगा। अभी 18 घंटे का समय लगता है।