Expressway: जल्द बनाए जाएंगे ये चार नए एक्सप्रेसवे, इन लोगों की हो जाएगी बल्ले बल्ले 

 
Expressway: जल्द बनाए जाएंगे ये चार नए एक्सप्रेसवे, इन लोगों की हो जाएगी बल्ले बल्ले 

Expressway: देशभर में रोड कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। सरकार अब तक देश को कई बेहतरीन एक्सप्रेसवे दे चुकी है। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने अब वीरवार को विधानमंडल में पेश किए गए बजट में 4 नए एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 1,050 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे। 

इन एक्सप्रेसवेज के निर्माण के बाद तीन प्रमुख तीर्थ स्थलों काशी, प्रयागराज व हरिद्वार की कनेक्टिविटी बेहतरीन हो जाएगी। बता दें कि उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) की तरफ से इनका निर्माण कराया जाएगा। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि सरकार प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सड़कों की कनेक्टिविटी को और मजबूत कर रही है। 

लंबा होगा ल‍िंक एक्‍सप्रेसवे

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से गंगा एक्सप्रेसवे की कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए नया लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। जिसकी लम्बाई 90.83 किलोमीटर होगी। इसके निर्माण के लिए 4837.64 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। 

इसके प्रवेश नियंत्रित छह लेन का यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे वे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे जंक्शन के पास इटावा के कुदरैल से शुरू होगा और फर्रुखाबाद होते हुए हरदोई में समाप्त होगा। सरकार ने बजट में इसके लिए 900 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।

मेरठ से सीधा हरिद्वार

UP सरकार ने मेरठ को हरिद्वार से जोड़ने को लेकर गंगा एक्सप्रेसवे के विस्तारीकरण के लिए 50 करोड़ रुपये रखे हैं। इसके निर्माण के बाद गंगा एक्सप्रेसवे से काशी, प्रयागराज और हरिद्वार तीन तीर्थ स्थल जुड़ जाएंगे। 

इसकी लम्बाई करीब 594 किलोमीटर होगी। इस एक्सप्रेसवे परियोजना पर 36,230 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसे वाहनों की 120 किलोमीटर की रफ्तार के हिसाब से डिजाइन किया गया है। 

विन्ध्य लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण

इसके साथ ही गंगा एक्सप्रेस-वे को प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली होते हुए सोनभद्र से जोड़ने के लिए विन्ध्य लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा। इसकी लम्बाई 320 किलोमीटर होगी। इसके निर्माण के लिए करीब 22,400 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे। 

यह एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे के अंतिम बिंदु प्रयागराज से शुरू होकर सोनभद्र स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग-39 पर समाप्त होगा। इसका निर्माण होने के बाद मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ व झारखंड के साथ उत्तर प्रदेश की रोड कनेक्टिविटी बेहतर होगी। सरकार ने बजट में इसके लिए 50 करोड़ रुपये का प्रविधान किया है।