Kal Ka Mousam: हरियाणा समेत देशभर में कल कैसा रहेगा मौसम, देखें कहां-कहां होगी बरसात ?  

 
हरियाणा समेत देशभर में कल कैसा रहेगा मौसम, देखें कहां-कहां होगी बरसात ?  

Kal Ka Mousam: हरियाणा समेत देशभर में कल का मौसम का हाल कैसा रहने वाला है, आइए जानते है विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार कल कहां-कहां बारिश होने वाली है। आइए देखें पूरी रिपोर्ट 

देश भर में मौसम प्रणाली: समुद्र तल पर मानसून ट्रफ अब श्रीगंगानगर, पिलानी, ग्वालियर, प्रयागराज, रांची, डायमंड हार्बर होते हुए दक्षिण-पूर्व दिशा में उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है।

एक चक्रवाती परिसंचरण गंगीय पश्चिम बंगाल और उससे सटे बांग्लादेश के ऊपर बना हुआ है, जो समुद्र तल से 7.6 किमी ऊँचाई तक विस्तृत है।

एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर सक्रिय है।

एक पश्चिमी विक्षोभ मध्य और ऊपरी क्षोभमंडलीय स्तरों पर ट्रफ के रूप में 5.8 किमी की ऊँचाई पर 70° पूर्वी देशांतर से 32° उत्तरी अक्षांश के उत्तर में सक्रिय है।

हरियाणा से बांग्लादेश तक दक्षिणी उत्तर प्रदेश, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल होते हुए 0.9 किमी की ऊँचाई तक एक ट्रफ बना हुआ है।

पिछले 24 घंटों में मौसम

उत्तर प्रदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।

पूर्वी राजस्थान, पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, केरल, लक्षद्वीप, तटीय कर्नाटक और कोंकण व गोवा में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।

गुजरात, पश्चिम राजस्थान, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, विदर्भ, मराठवाड़ा, आंतरिक कर्नाटक और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश हुई।

अगले 24 घंटों के दौरान मौसम

राजस्थान, उत्तर मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।

पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तटीय कर्नाटक, केरल, कोंकण और गोवा, लक्षद्वीप, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पश्चिम राजस्थान, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश संभव है।

पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में 24 घंटे बाद वर्षा की तीव्रता बढ़ सकती है और उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।