Mock Drill : देश के इन 244 स्थानों पर आज से बजेंगे जंग वाले सायरन, मॉक ड्रिल को लेकर सरकार ने दिया ये आदेश
Mock Drill : भारत व पाकिस्तान के बीच पहलगाव में आंतकी हमला के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई। केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ आंतकी हमले के बाद कड़े फैसले लिए है। इसी बीच देश के गृह मंत्रालय ने कई प्रदेशों में मॉक ड्रिल का आदेश जारी किया है।
सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी के अनुसार गृह मंत्रालय ने कई प्रदेशों में 7 मई को नागरिक सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इस दौरान कई तरह की चीजों का अभ्यास किया जाएगा। आपको बता दें कि इसी कड़ी में रविवार को पंजाब के फिरोजपुर में कंप्लीट ब्लैक आउट हुआ हैद्ध
दी जाएगी ट्रेनिंग
सरकारी सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी के अनुसार मॉक ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाए जाएंगे और नागरिकों व छात्रों को हमले की स्थिति में स्वयं को बचाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्रैश ब्लैकआउट उपायों और जरूरी संयंत्रों व प्रतिष्ठानों को वक्त से पहले छिपाने के प्रावधान होंगे।
सूत्रों के अनुसार यह तैयारी ऐसे वक्त में की गई है जब भारत 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए क्रूर हमले के बाद अपनी प्रतिक्रिया पर विचार कर रहा है, जिसमें 25 पर्यटकों सहित 27 लोग मारे गए थे।
देश भर में 244 स्थानों पर भारत सरकार ने मॉक ड्रिल का ऐलान किया है। 7 मई को देश के 244 स्थानों पर यह मॉक ड्रिल होनी है, जिसमें लोगों को यह बताया जाएगा कि किसी हमले या विपरीत स्थिति में कैसे खुद को बचाया जाए।
केंद्र सरकार की ओर से सभी राज्यों के चीफ सेक्रेटरीज को जारी निर्देशों में पाकिस्तान का जिक्र नहीं किया गया है, लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद इसका आयोजन अहम है। 1971 के बाद पहली बार देश में इस तरह मॉक ड्रिल हो रही है। इस दौरान सायरन बजाए जाएंगे, कुछ देर के लिए ब्लैकआउट होगा और लोगों को निकालने का अभ्यास किया जाएगा।
ड्रिल में किया जाएगा शामिल
इस मॉक ड्रिल को होम मिनिस्ट्री के आदेश पर सभी राज्यों में किया जा रहा है। देश के उन 244 जिलों में यह ड्रिल होगी, जहां सिविल डिफेंस विभाग ऐक्टिव है। यह एक्सरसाइज गांव लेवल पर भी होनी है। आदेश में कहा गया है कि ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि परखा जा सके कि किसी भी आपदा या संकट की स्थिति में नागरिकों के स्तर पर कितनी तैयारी है।
इस ड्रिल में सिविल डिफेंस वार्डन्स, वॉलंटियर्स, होम गार्ड्स, एनसीसी, एनएसएस के लोगों को शामिल किया जाएगा। इसके अलावा स्कूल और कॉलेजों के छात्र भी इसमें हिस्सा लेंगे। इसके अलावा नोटिफिकेशन में कहा गया है कि आम नागरिकों को भी प्रशिक्षण प्रदान किया जाए। इसका मतलब है कि आम नागरिकों को भी कुछ हद तक इसमें शामिल किया जा सकता है।
मॉक ड्रिल का मकसद
होम मिनिस्ट्री ने सिक्योरिटी ड्रिल के 9 उद्देश्य बताए हैं। इसका पहला उद्देश्य यह है कि देश में एयर रेड वॉर्निंग सिस्टम की स्थिति का आकलन हो सके। इसके अलावा यह भी देखने की कोशिश होगी कि हवाई हमले की स्थिति में लोगों की क्या तैयारी है। इस ड्रिल के दौरान एयरफोर्स के साथ हॉटलाइन और रेडियो कॉम्युनिकेशन को भी चेक किया जाएगा। इसके अलावा कंट्रोल रूम और शैडो कंट्रोल रूम का भी आकलन किया जाएगा।
ब्लैकआउट की ड्रिल के दौरान लोग अपने घरों की लाइट्स को कुछ देर के लिए बंद कर देंगे। यही नहीं मॉक ड्रिल के दौरान एयरफील्ड्स, रिफाइनरीज एवं रेल यार्ड्स की सुरक्षा की भी ड्रिल की जाएगी।
देश के जिन 244 जिलों में मॉक ड्रिल की तैयारी है





ये होगा मॉक ड्रिल के दौरान
इस दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजेंगे।
इसमें हमले की हालत में स्वयं को बचाने के लिए नागरिक सुरक्षा पहलुओं पर नागरिकों, छात्रों आदि को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
क्रैश ब्लैक आउट उपाए किए जाएंगे।
महत्वपूर्ण संयंत्रों/प्रतिष्ठानों को जल्दी छिपाने का प्रावधान
निकासी योजना का अद्यतन और उसका पूर्वाभ्यास

