Pandit Pardeep Mishra: हरियाणा में इस दिन से पंडित प्रदीप मिश्रा करेंगे शिवपुराण कथा, ये रहेगा पूरा शेड्यूल

Pandit Pardeep Mishra: हरियाणा वासियों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। मिली जानकारी के अनुसार, हरियाणा के सिरसा की श्री बाबा तारा जी कुटिया परिसर में 17 फरवरी से 23 फरवरी तक प्रतिदिन दोपहर 01. 30 बजे से शाम 05. 30 बजे तक सीहोर वाले कथा वाचक-आध्यात्मिक गुरू प्रदीप मिश्रा जी महाराज शिवपुराण कथा करेंगे। शिवरात्रि के दिन 26 फरवरी को सुबह 06 बजे हवन यज्ञ और उसके बाद सुबह 09. 00 बजे से प्रभु इच्छा तक विशाल भंडारा होगा।
जानकारी के अनुसार, शिवपुराण कथा में इस बार 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
जिसका शुभारम्भ हरियाणा लोकहित पार्टी के प्रमुख एवं पूर्व गृह, उद्योग, वाणिज्य, खेल युवा कल्याण व स्थानीय निकाय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गोपाल कांडा करेंगे । आयोजन में लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। कार्यक्रम की भव्य तैयारी की जा रही है।
आयोजन को लेकर श्री बाबा तारा जी कुटिया के मुख्य सेवक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता गोबिंद कांडा ने प्रेस वक्तव्य के माध्यम से बताया कि पूर्व गृह राज्य मंत्री गोपाल कांडा के मार्गदर्शन में और बाबा तारा जी के आशीर्वाद से कुटिया में हर शिवरात्रि पर हवन और भंडारे का आयोजन होता है, इस बार शिव रात्रि को लेकर शिवपुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि देश के प्रसिद्ध शिवपुराण कथा वाचक आध्यात्मिक गुरू पंडित प्रदीप मिश्रा जी महाराज दूसरी बार सिरसा में कथा करेंगे। जिसमें हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली से श्रद्धालु पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि यह कथा 17 फरवरी से 23 फरवरी में प्रतिदिन दोपहर 01. 30 बजे से शाम 05. 30 बजे तक होगी। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक गुरू प्रदीप मिश्रा कथा वाचन के साथ साथ समस्याओं के समाधान के उपाय भी बताते है।
उन्होंने सेवकों से अपील करते हुए कहा कि जो भक्त सेवा करना चाहते है वो अपना नाम कुटिया कार्यालय में दर्ज करवाए। उन्होंने कहा कि श्री बाबा तारा जी के आशीर्वाद से सभी की मनोकामना पूर्ण होती है और सारे संकट दूर होते है। उन्होंने कहा कि शिवपुराण कथा का श्रवण कर धर्मलाभ अर्जित करें।
इस अवसर पर गोबिंद कांडा ने कहा कि श्री बाबा तारा जी कुटिया श्री तारकेश्वरम धाम देश का पहला धाम है जहां पर 108 फुट की खड़ी और मुस्कराती भगवान शिव की प्रतिमा है। विशाल शिवालय है, विशाल गुफा है और यह वो पवित्र स्थल है जहां पर कभी सरस्वती नदी बहती थी। सिरसा संत महात्माओं की धरती है। इस धरा पर निरंतर श्री तारकेश्वर धाम धर्म, अध्यात्म और सनातन संस्कृति को समर्पित है।