Weather Report: देशभर में दिखेगा पश्चिमी विक्षोभ का असर, भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि की चेतावनी 

 
Weather Report: देशभर में दिखेगा पश्चिमी विक्षोभ का असर, भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि की चेतावनी 

Weather Report: उत्तर-पश्चिम भारत में यह शुष्क दौर जल्द ही समाप्त होने वाला है क्योंकि लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbances) 1 फरवरी से 4 फरवरी के बीच उत्तर-पश्चिम भारत और पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों पर असर करने वाले हैं। इन दोनों प्रणालियों (पश्चिमी विक्षोभ) के प्रभाव से इस क्षेत्र में अच्छी वर्षा और बर्फबारी देखने को मिलेगी।

पहला पश्चिमी विक्षोभ 1 फरवरी से पंजाब में छिटपुट वर्षा की शुरुआत करेगा, जबकि उत्तर हरियाणा में भी हल्की बारिश होने की संभावना है। धीरे-धीरे यह बारिश पूरे क्षेत्र में फैल जाएगी। 3 और 4 फरवरी को दूसरा मजबूत पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। जिससे पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश गरच-चमक के साथ होने की संभावना है। Weather Report

पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में 1 से 4 फरवरी के बीच मध्यम से भारी हिमपात देखने को मिलेगा। सबसे अधिक बर्फबारी 1, 2 और 4 फरवरी को हो सकती है। ऊंचे पहाड़ी इलाकों में भारी हिमपात होने के कारण सड़क मार्ग और मौसम संबंधी स्थितियों में व्यापक प्रभाव देखने को मिल सकता है।

पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के न्यूनतम तापमान 4 फरवरी तक सामान्य से ऊपर बने रहेंगे। लेकिन इसके बाद बर्फ से ढकी पहाड़ियों से आने वाली ठंडी उत्तरी हवाएं पूरे क्षेत्र में फैल जाएंगी, जिससे तापमान में तेजी से गिरावट होगी। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, पश्चिमी मध्य प्रदेश और उत्तरी महाराष्ट्र में फिर से ठंड बढ़ जाएगी, जिससे सर्दियों की वापसी होगी। Weather Report

यह बारिश और हिमपात कृषि क्षेत्र के लिए फायदेमंद साबित होगा। खासकर रबी फसल की बुआई वाले क्षेत्रों में यह नमी बहाल करने में मदद करेगा, जिससे फसलों की बढ़त में सुधार होगा। जनवरी में हुई वर्षा की कमी के कारण मिट्टी में जो नमी की कमी देखी जा रही थी, वो आने वाली बारिश से काफी हद तक पूरी हो जाएगी।

1 से 4 फरवरी के बीच उत्तर-पश्चिम भारत में वर्षा और हिमपात के रूप में राहत मिलेगी। यह न केवल सूखे जैसी स्थिति को दूर करेगा बल्कि कृषि के लिए भी लाभदायक होगा। Weather Report हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद ठंडी हवाएं पूरे क्षेत्र में ठंड बढ़ा सकती हैं, जिससे आगे मौसम की कठिन परिस्थितियां देखने को मिल सकती हैं।