बेटी की शादी पर पिता ने छपवा दिए तेरहवीं के कार्ड, सोशल मीडिया पर वायरल हुई जिंदा बेटी की शोक पत्रिका

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हिन्दू धर्म में किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसकी आत्मा की शांति के लिए मृत्यु भोज की परंपरा निभाई जाती हैं। लेकिन एक पिता ने अपनी जिंदा बेटी ‘मृत्युभोज’ रख दिया।

बेटी की एक गलती से पिता इतने आहत हुए कि उन्होनें बेटी को मरा घोषित कर दिया और शोक पत्रिका छपवाकर पूरे समाज को न्योता दिया। लेकिन इसके पीछे जो वजह निकलकर सामने आई, उसे जानकर सब हैरान हो गए।

प्रेमी के साथ भागी युवती
जानकारी के अनुसार ये मामला राजस्थान के ब्यावर जिले के बदनोर क्षेत्र का है। दरअसल यहां रहने वाली विमला कुमारी ने अपने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर शादी कर ली। वह घर से अपने प्रेमी के साथ भाग गई और फिर दोनों ने शादी रचा ली।

बेटी ने मां- बाप को पहचानने से किया इन्कार
युवती के पिता जगदीश कुमार प्रजापत ने पुलिस को इसकी सूचना दी। जिसके बाद पुलिस युवती और उसके प्रेमी को पकड़कर मां-बाप के सामने ले आई।

शोक पत्रिका छपवाकर सोशल मीडिया पर की वायरल
लेकिन बेटी विमला ने अपने माता- पिता को ही पहचानने से इन्कार कर दिया और वह उनके साथ वापस घर लौटने के लिए भी मना करने लगी। बेटी की इस बात से पिता इतने आहत हुए कि उन्होनें उसे मृत घोषित कर दिया।

उन्होनें जिंदा बेटी की शोक पत्रिका छपवाई और और अपने ही समाज के सोशल मीडिया ग्रुप्स में वायरल कर दी। शोक पत्रिका में लिखा “जिसका उठावना आज रखा गया है”‌।

बेटी को टीचर बनाना चाहते थे माता पिता
युवती के पिता जगदीश प्रजापत ने बताया कि “बेटी बीए करने के बाद आजकल बीएड की डिग्री की पढ़ाई कर रही है। उनका सपना था कि बेटी अध्यापिका बने, लेकिन उसने गैर जाति में प्रेम विवाह कर लिया इससे हम पति-पत्नी काफी आहत हो गए हैं”।

उन्होनें कहा भविष्य में किसी मां-बाप के साथ हमारे जैसी घटना नहीं हो और हमारे समाज में अच्छा संदेश जाए इसलिए मैंने शोक पत्रिका छपवाई है और घर पर बैठक भी लगाई है जहा आज उसकी अन्य रस्में पूरी की जाएगी।