हिसार।
कांग्रेसी नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश ने JJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला को आपत्तिजनक शब्द कहे। जय प्रकाश ने दावा किया कि ये लोग खुद उसके नौकर रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला के पहले लोकसभा चुनाव में अजय उसके पास आकर गिड़गिड़ाने लगा था, इसलिए उसके समर्थन से ही वह अपना पहला लोकसभा चुनाव जीता।
दरअसल, कुछ दिनों पहले जजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला ने जयप्रकाश को अपना नौकर बताते हुए कहा था कि वह तो ट्रैक्टर चलाता था और हमने उसे नेता बना दिया। इसी बयान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पलटवार किया। जयप्रकाश हिसार से लोकसभा सांसद रह चुके हैं और अभी हाल ही में आदमपुर उपचुनाव लड़ा था।
पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश ने कहा कि वह अपनी मेहनत के बल पर ट्रैक्टर चलाते हुए नेता बना है। व्यापार करना बुरी बात नहीं है। अजय चौटाला 1993 में खुशामद करने मेरे पास आया है। सत्ता में आकर इनके पिता ओपी चौटाला ने अपने एक साथी प्रोफेसर सतबीर से 2 करोड़ का प्रॉफिट लेने के लिए हत्या का मुकदमा दर्ज किया। सत्ता में रहते हुए इन्होंने जो काम किए वो कोई नहीं कर सकता। यदि यह गलत बात है तो चौटाला परिवार इसका जवाब दे दें।
जेपी ने कहा कि राजनीतिक तौर पर अजय चौटाला का परिवार खत्म हो चुका है। यह परिवार नशे में डूबा हुआ है। उसका चैलेंज है कि अजय चौटाला अपना डोप टेस्ट करवाए। शराब पीकर ये कॉन्फ्रेंस करता है। मैं जजपा में विश्वास रखने वाले साथियों से कहूंगा कि ऐसे नशेड़ियों से पीछा छुड़वा लो। अजय चौटाला तो ऑक है।
कांग्रेसी नेता ने कहा कि अजय चौटाला 1989 तक मेरे नारे लगाता था। ये ना तो तीन में था 13 में। हम न्याय युद्ध से निकले हुए लोग है। मैं अपने सैंकड़ों साथियों के साथ इलाहाबाद न जाता और ग्रीन बिग्रेड न बनाता तो चौधरी देवीलाल का नाम न होता। अजय चौटाला किसी भी आंदोलन में नहीं दिखा। 1991 में घिराय में चौधरी देवीलाल ने चुनाव लड़ा और इस चुनाव का इंचार्ज अजय चौटाला था। यह चुनाव चौधरी देवीलाल हार गए। जिसकी वजह अजय सिंह बना।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अजय चौटाला का परिवार अपना कुर्सीनामा लेकर आए। मैं भी अपना कुर्सीनामा लेकर आऊंगा। ये तो राजस्थान के हैं। कुर्सीनामा आकर मिला लें। मैं इन्हें बताऊंगा कि मेरा खानदान क्या है और इनका खानदान क्या है। इनके इतिहास का पता चल जाएगा। अजय चौटाला तो राजस्थान में नकली ईंट देकर आ गया। इन लोगों का तो सामाजिक बहिष्कार करना चाहिए। इन्होंने अपनी सरकार में रहते हुए मंदिरों की जमीनों पर कब्जा करवाया।
जयप्रकाश ने कहा कि ये खुद सजायाफ्ता है। मेरा खानदान दागी नहीं है। दाग तो एक पैसे का नहीं लगना चाहिए। ये दस साल की जेल काटकर आ रहा है। लोकसभा चुनावों में दुष्यंत को जीतवाने के लिए मेरे पास आया था। तब यह आकर गिड़गिड़ाने लगा था कि परिवार राजनीतिक तौर पर खत्म हो चुका है, इसलिए साथ दो। मेरे आशीर्वाद से दुष्यंत हिसार से सांसद बना था। अजय चौटाला इस बात से इनकार करके दिखा दे। जिनके सामने गिड़गिड़ाए, मैं उन लोगों को सामने ला सकता हूं।
अपने आस-पास की खबरे देखने के लिए हमारा youtube चैनल Subscribe करेSubscribe करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करे https://www.youtube.com/bhiwanihulchal