मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि सरकार सभी आरोपियों को मौत की सजा दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। वहीं, भीड़ ने गुरुवार (20 जुलाई) शाम को एक आरोपी के घर को आग के हवाले कर दिया।
महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना 4 मई को राजधानी इंफाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में हुई थी। इसका वीडियो 19 जुलाई (बुधवार) को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ लोग दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके ले जा रहे हैं और उनसे अश्लील हरकतें कर रहे हैं।
घटना के विरोध में गुरुवार (21 जुलाई) सुबह मणिपुर के चुराचांदपुर में प्रदर्शन शुरू हो गया। हजारों लोगों ने काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वीडियो देखकर हम बहुत परेशान हुए हैं। हम सरकार को वक्त देते हैं कि वो कदम उठाए। अगर वहां कुछ नहीं हुआ तो हम कदम उठाएंगे।
CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि सांप्रदायिक संघर्ष के दौरान महिलाओं का एक औजार की तरह इस्तेमाल कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता। यह संविधान का सबसे घृणित अपमान है। मामले में अगली सुनवाई 28 जुलाई को होगी।
PM मोदी ने कहा, ‘इस घटना ने 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार किया है। किसी भी गुनहगार को बख्शा नहीं जाएगा। मेरा दिल आज पीड़ा और क्रोध से भरा है। मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता। ये बेइज्जती पूरे देश की हो रही है।’
उन्होंने कहा- ‘मैं सभी मुख्यमंत्रियों से कहता हूं कि कानून-व्यवस्था को मजबूत करें। माताओं-बहनों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाएं। हिंदुस्तान के किसी भी कोने या किसी भी राज्य में राजनीतिक वाद-विवाद से ऊपर उठकर कानून-व्यवस्था और बहनों का सम्मान प्राथमिकता है।
न्यूज एजेंसी ANI ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि सरकार ने फेसबुक-ट्विटर और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को निर्वस्त्र महिला की वीडियो को शेयर न करने का आदेश दिया है। आदेश का उल्लंघन होने पर केंद्र सरकार ट्विटर के खिलाफ एक्शन ले सकती है।
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