चंडीगढ़।
हरियाणा सरकार में विभागों के विलय के बाद डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला सहित 4 मंत्रियों की पावर घटेगी। वहीं अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल और मजबूत होंगे। कुछ मंत्रियों के बड़े विभागों को काटकर सीएम के पास आ जाएंगे। कैबिनेट में विभागों के फेरबदल को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसी महीने कैबिनेट में इस बड़े बदलाव को लागू कर दिया जाएगा।
कैबिनेट में विभागों के फेरबदल के तहत डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला के पास से लोक निर्माण विभाग (PWD) और आबकारी एवं कराधान विभाग वापस लिए जाएंगे। इन विभागों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने पास रखेंगे। इसके बदले में दो अन्य विभाग दुष्यंत चौटाला को दिया जाएगा। यह विभाग कौन से होंगे, इसको लेकर जनवरी के पहले सप्ताह में फैसला हो जाएगा।
हरियाणा कैबिनेट में मंत्री मूलचंद शर्मा के विभागों में भी कटौती होगी। इनके पास से माइनिंग वापस लिया जाएगा। इसकी वजह यह भी बताई जा रही है कि अवैध खनन को लेकर काफी शिकायतें मिल रही हैं। कुछ घटनाएं ऐसी हुई हैं जिनको लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई। चूंकि 2023 चुनावी वर्ष से पहले का साल है इसलिए सरकार किसी तरह के विवादों में नहीं फंसना चाहती।
विभागों के विलय होने के बाद गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के भी विभागों पर संकट है। हालांकि 2021 में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में भी एक विभाग विज का काटा जा चुका है। इस कारण जनवरी 2023 में होने वाले कैबिनेट फेरबदल में उनके विभागों को घटाने पर अभी संशय बना हुआ है।
हरियाणा कैबिनेट में जनवरी में होने वाले इस बदलाव के दौरान दो मंत्री सेफ जोन में रहेंगे। इनमें कृषि मंत्री जेपी दलाल और बिजली मंत्री रणजीत चौटाला का नाम शामिल है। इसकी वजह यह भी है कि हाल ही में हरियाणा में विभागों के विलय में इनके मंत्रालय में न तो कोई महकमा घटा है और न ही कोई बढ़ा है।
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