चंडीगढ़।
हरियाणा वेटनरी सर्जन एग्जाम पेपर लीक के कथित मामले में कुछ ऐसे तथ्य सामने आए हैं, जो चौकाने वाले हैं। 100 प्रश्नों में से 24 प्रश्न ऐसे मिले हैं, जो 2017 में महाराष्ट्र की एक परीक्षा के कॉपी-पेस्ट किए गए हैं, इसके बाद यह भी संदेह जताया जा रहा है कि एग्जाम पेपर 2 सेटों में लीक हुआ है। इस पूरे मामले में हरियाणा सरकार DGP पीके अग्रवाल से इसकी जांच करवा रही है।
हरियाणा पुलिस के सूत्रों के अनुसार जिन 2 सेट में पेपर लीक किया गया, उनमें पहला सेट डिजिटल रूप में वॉट्सऐप और दूसरा ऑफलाइन मोड में लीक किया गया है।
पेपर लीक का यह मामला हरियाणा विधानसभा में गूंज चुका है, जिसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल को मामले में प्रतिक्रिया देनी पड़ी। सीएम ने सदन में खुलासा किया कि सरकार की ओर से 3 मार्च को ही DGP को जांच सौंपी जा चुकी है। इसकी जांच जारी है। कांग्रेस के विधायक बीबी बत्रा ने सदन में परीक्षा में गड़बड़ी के बाद भी रद्द नहीं किए जाने पर सवाल खड़े किए थे।
हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) द्वारा 383 पशु चिकित्सकों की भर्ती का मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में विचाराधीन है। हाईकोर्ट की ओर से अभी इन पदों पर भर्ती किए जाने को लेकर रोक लगा रखी है। आयोग के द्वारा 15 जनवरी को लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी। 23 जनवरी को एचपीएससी इसकी आंसर की जारी कर चुका है।
पशु चिकित्सक भर्ती परीक्षा में गलत प्रश्नों के मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि HPSC इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। एचपीएससी एक स्वायत्त संस्था है, इसलिए आयोग को गलत प्रश्नों के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। सीएम ने कहा कि प्रश्न सेट करने वाले व्यक्ति या एजेंसी बाहर की होती है। चिकित्सक की भर्ती विज्ञापन संख्या-41/2022 से संबंधित मामला पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। न्यायालय का जो भी निर्णय आएगा, वो मान्य होगा।
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