Haryana: हरियाणा में मार्केट कमेटी सचिव को सरकार ने किया सस्पेंड, जाने इसकी बड़ी वजह ?

 
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Haryana: हरियाणा से बड़ी खबर सामने आ रही है। हरियाणा में एक मार्केट सचिव को सरकार ने उसे सस्पेंड कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, मंत्री की सिफारिश न माननी उसे महंगी पड़ गई।  

मिली जानकारी के अनुसार, इसके साथ ही उस पर अनाज मंडी में भ्रष्टाचार के आरोप भी लगा दिए गए। सचिव दीपक सिहाग पर आरोप है कि कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने एक फर्म को अनाज मंडी में दुकान अलॉट करने को कहा था। 

जानकारी के मुताबिक, सचिव सिहाग ने कहा कि यह फर्म अनाज मंडी में दुकान चलाने के लिए बनाए गए मानकों को पूरा नहीं करती है। इसलिए, उसे दुकान नहीं दे सकते। इसके बाद फर्म के मालिक फिर मंत्री के पास पहुंच गए। उन्होंने कहा कि सचिव रिश्वत मांग रहा है। इसके बाद सेक्रेटरी पर गाज गिर गई।

बोर्ड ने सस्पेंड किया

मिली जानकारी के अनुसार, हरियाणा कृषि विपणन बोर्ड ने दीपक सिहाग को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और उन्हें पंचकूला स्थित सीएमईओ, आईआईएसएम बोर्ड के कार्यालय में अटैच किया गया है। उन्हें सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के बिना मुख्यालय छोड़ने की अनुमति नहीं है। 

दीपक सिहाग ने कही ये बातें...

जानकारी के मुताबिक, पत्र का जवाब देने में देरी पर सस्पेंड हुआ: मार्केट कमेटी सचिव दीपक सिहाग ने कहा है कि विभाग की तरफ से मिले पत्र का जवाब देने में देरी के चलते उन्हें सस्पेंड किया गया है। उन्होंने कहा- मेरी मां लंबे समय से बीमार चल रही थीं। इसके कारण मैं 13 फरवरी से 14 मार्च तक छुट्टी पर था। इसके बाद भी तबीयत खराब होने की वजह से मुझे आकस्मिक अवकाश (CL) लेना पड़ा।  

मिली जानकारी के अनुसार,  दुकान अलॉटमेंट के नाम पर पैसे मांगने के आरोपों को उन्होंने झूठा बताया। उन्होंने कहा- गन्नौर की नई अनाज मंडी बनने के बाद साल 2000-2002 में अलग-अलग आढ़तियों को दुकानें अलॉट हुई थीं। गौरव जैन ने दुकान के लिए कृषि मंत्री से सिफारिश करवाई। इसके बाद विभाग से पत्र मिला था कि फर्म की पात्रता जांची जाए। मानवीय आधार पर यदि वह पात्र हैं, तो उन्हें दुकान अलॉट कर दी जाए।