Haryana: हरियाणा की लब्धि बनेंगी जैन साध्वी, मां ने खुद केसर रस्म से किया तैयार 

 
हरियाणा की लब्धि बनेंगी जैन साध्वी, मां ने खुद केसर रस्म के किया तैयार 

Haryana: हरियाणा के रोहतक की लब्धि अब जैन साध्वी बनने जा रही है। कल बुधवार को जनता कालोनी स्थित ‎‎विवेक जैन के घर पर लब्धि जैन ‎की केसर रस्म अदा की गई। 

जानकारी के मुताबिक, वि​वेक ‎जैन और उनकी पत्नी अंकिता जैन‎ लब्धि जैन के धर्म के माता-पिता बने। मौके पर ‎लब्धि की ​मां सेजल और पिता ‎जय प्रकाश भी मौजूद रहे।

मां ने बेटी को खुद‎ तैयार किया और उन्होंने कहा-

बेटी धर्म के‎ मार्ग पर चल पड़ी। आज इस बात‎ का गर्व है। वह अपनी बड़ी बहन ज्योतिष मार्तण्ड साध्वी डॉ. महाप्रज्ञ ‎के पद चिन्हों पर चल रही है।

मिली जानकारी के अनुसार, 28 मई ‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎को केसर रस्म के बाद 4 जून को मेहंदी रस्म ‎प्रतियोगिता व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इसके बाद ‎5 जून को भव्यातिभव्य दीक्षा‎ महोत्सव रस्म तिलक और भव्य‎ कलश एवं शोभा यात्रा निकाली‎ जाएगी।

हरियाणा की लब्धि बनेंगी जैन साध्वी

 

मां ने ये बातें कहीं...

जानकारी के मुताबिक, लब्धि की मां सेंजल ने कहा कि बेटी हमारे पास ही है। वह धर्म के ‎मार्ग पर चल रही है और मोक्ष की प्राप्ति के ‎लिए उसने कदम बढ़ाया है। हमें खुशी है कि वह‎ अपनी बड़ी बहन जैसा काम कर रही है।‎

मिली जानकारी के अनुसार, उन्होंने कहा- बड़ी बेटी जब जैन साध्वी बनी थी, तब ‎उनसे 15 वर्षों में कई बार मिलना हुआ। ‎हालांकि, उसमें अंतर है। वह साध्वी बनने के बाद हमारी बेटी‎ नहीं, भगवान का रूप होती है। हम ‎उनसे आशीर्वाद लेते हैं।‎

जानकारी के मुताबिक, बेटी की इच्छाओं पर सेंजल कहती हैं कि बेटी तो बचपन से यही चाहती थी। उन्होंने कहा- केसर रस्म के दौरान भी लब्धि यही ‎बोल रही थी कि उसे इस पल का बचपन से ‎इंतजार था, जो समय आ गया।‎

 

हरियाणा की लब्धि बनेंगी जैन साध्वी

धर्म की मां बोलीं-

मिली जानकारी के अनुसार, धर्म के पिता बने विवेक‎ जैन और उनकी पत्नी अंकिता ने कहा ‎कि धर्म के मार्ग पर चलना इतना‎ सरल कार्य नहीं है। गर्व की बात यह‎ है कि हमें साध्वी बनने जा रही लब्धि ‎‎जैन के पिता बने। 

हमने 200 ग्राम ‎‎कश्मीरी केसर में गुलाब के साथ ‎‎घोटकर लेप तैयार किया। हर बंधन ‎से मुक्त होकर लब्धि जैन ने एक ‎कदम आगे बढ़ा लिया है।

मिली जानकारी के अनुसार, धर्म की मां ‎‎अंकिता जैन ने बताया कि केसर‎ रस्म में लब्धि जैन ने पूरे घर में ‎केसर का छिड़काव किया है और‎ जहां भी कपड़ों पर केसर के निशान ‎हैं, उन्हें कभी नहीं धोया जाएगा और ‎‎उन्हें संभाल कर रखा जाएगा। 

जानकारी के मुताबिक, जब ‎कोई जैन साध्वी बनती है तो वह यह‎ रस्म जीवन काल में एक ही बार‎ करती है।

पांच जून को समारोह में ‎डॉ. शिव मुनि आशीर्वाद देंगे। ​इसके ‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎पश्चात लब्धि जैन साध्वी बनने के‎ साथ ही संसार के मोह माया को‎ त्याग कर आध्यात्मिक यात्रा के लिए‎ निकल पड़ेंगी।‎

ये सदस्य‎

मिली जानकारी के अनुसार, लब्धि जैन का भरा पूरा परिवार है। इसमें पिता‎ जय प्रकाश और मां सेंजल के अलावा दादा‎ सुखवीर सिंह, दादी धर्मकौर, ‎ताऊ समरजीत, अमरजीत, ‎ताई राजबाला, भाई‎ रजत, गौरव, करण, रवि, मुकेश व ‎हार्दिक, भाभी आन्वी, निहारिका व‎ पारसी, उनकी बहन ज्योतिष मार्तण्ड‎ साध्वी डॉ. महाप्रज्ञ, भतीजी भव्या,‎ नाना-नानी सुनील व माय देवी, ​आदि‎ सदस्य हैं।