Haryana news : हरियाणा में ACB टीम का बड़ा एक्शन, जे.ई. को रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार
Apr 24, 2025, 07:00 IST
Haryana news : एसीबी रोहतक की टीम द्वारा आज दिनांक 23.4.2025 को आरोपी प्रदीप, कनिष्ठ अभियन्ता (जे.ई.) लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़के), रोहतक को शिकायतकर्ता से 70,000/-रूपये (सत्तर हजार रुपये) नकद रिश्वत लेते हुए शीला बाई पास चौंक, रोहतक से रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है व आरोपी के विरूद्ध अभियोग संख्या 12 दिनांक 23.4.2025 धारा 7, 7ए पीसी एक्ट 1988 थाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, रोहतक में दर्ज किया गया है।
शिकायतकर्ता ने एसीबी रोहतक को दी गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि उसने गांव खडवाली, जिला रोहतक में पुलिया बनाने का ठेका लगभग 3 लाख रूपये में लेकर कार्य को पूरा किया था। इस कार्य की पेमेन्ट के लिए कनिष्ठ अभियन्ता (जे.ई.) द्वारा बिल बनाकर डठ में इन्द्राज करना होता है। प्रदीप, जे.ई. लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़के), रोहतक ने उसके द्वारा किए गए कार्य का बिल बनाने और डठ में इन्द्राज करने की एवज में उससे 1,00,000/- रूपये बतौर रिश्वत की माँग की गई है।
शिकायतकर्ता व आरोपी प्रदीप, कनिष्ठ अभियन्ता की आपस में 70,000/- रूपये में फाईनल होने पर आरोपी प्रदीप, जे.ई. लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़के), रोहतक को शीला बाई पास चौक रोहतक से 70,000/-रूपये (सत्तर हजार रूपये) नकद रिश्वत राशी के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। यह पूरी कार्यवाही स्वतऩ्त्र गवाहों के समक्ष पारदर्शिता के साथ की गई।
शिकायतकर्ता ने एसीबी रोहतक को दी गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि उसने गांव खडवाली, जिला रोहतक में पुलिया बनाने का ठेका लगभग 3 लाख रूपये में लेकर कार्य को पूरा किया था। इस कार्य की पेमेन्ट के लिए कनिष्ठ अभियन्ता (जे.ई.) द्वारा बिल बनाकर डठ में इन्द्राज करना होता है। प्रदीप, जे.ई. लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़के), रोहतक ने उसके द्वारा किए गए कार्य का बिल बनाने और डठ में इन्द्राज करने की एवज में उससे 1,00,000/- रूपये बतौर रिश्वत की माँग की गई है।
शिकायतकर्ता व आरोपी प्रदीप, कनिष्ठ अभियन्ता की आपस में 70,000/- रूपये में फाईनल होने पर आरोपी प्रदीप, जे.ई. लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़के), रोहतक को शीला बाई पास चौक रोहतक से 70,000/-रूपये (सत्तर हजार रूपये) नकद रिश्वत राशी के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। यह पूरी कार्यवाही स्वतऩ्त्र गवाहों के समक्ष पारदर्शिता के साथ की गई।

