Haryana News: हरियाणा के स्कूलों में लागू होगा नया नियम, प्रार्थना सभा में हर दिन होगा ये काम

Haryana News: हरियाणा सरकार ने शिक्षा के स्तर को सुधारने और विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता को मजबूत करने के लिए एक नई पहल शुरू की है। इसके तहत अब प्रदेश के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान समाचार पत्र पढ़ने की व्यवस्था की जाएगी। इस योजना को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने लागू किया है।
हर विद्यार्थी को मिलेगी समाचार पढ़ने की जिम्मेदारी
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव मुनीष नागपाल ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं कि विद्यार्थियों को स्कूलों में समाचार पत्र पढ़ने का मौका दिया जाए। यह प्रक्रिया प्रतिदिन प्रार्थना सभा में होगी, जिसमें एक विद्यार्थी समाचार पढ़कर पूरी कक्षा को सुनाएगा। हर दिन यह जिम्मेदारी एक अलग विद्यार्थी को दी जाएगी, ताकि सभी को मंच पर बोलने और समाचार समझने का अनुभव मिल सके।
सामान्य ज्ञान और समसामयिक मामलों पर विद्यार्थियों की बढ़ेगी पकड़
इस पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों को देश-दुनिया की प्रमुख घटनाओं, समसामयिक मुद्दों और समसामयिक ज्ञान से परिचित कराना है। समाचार पढ़ने की यह प्रक्रिया उनके सामान्य ज्ञान को मजबूत करने और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सहायक होगी। बोर्ड का मानना है कि यदि विद्यार्थी प्रतिदिन समाचार पत्र पढ़ेंगे तो उनकी तर्क शक्ति, भाषा कौशल, बोलने का आत्मविश्वास और विश्लेषणात्मक क्षमता भी बढ़ेगी।
शिक्षकों की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी
इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए शिक्षकों की विशेष भूमिका भी तय की गई है। शिक्षकों को विभिन्न समाचार पत्रों से ऐसे समाचारों का चयन करना होगा, जिससे विद्यार्थियों का ज्ञान और सोच बढ़े। इसके अलावा शिक्षक यह सुनिश्चित करेंगे कि बच्चे न केवल समाचार पत्र पढ़ें, बल्कि उसका अर्थ भी समझें और दूसरों तक स्पष्ट तरीके से पहुंचाएं।
यह नियम सरकारी और निजी दोनों स्कूलों पर लागू होगा
यह योजना प्रदेश के सभी स्कूलों में अनिवार्य रूप से लागू की जाएगी। चाहे सरकारी स्कूल हो या निजी संस्थान, सभी को इस आदेश का पालन करना होगा। बोर्ड का उद्देश्य हरियाणा के विद्यार्थियों में ज्ञान और समझ का एक समान स्तर विकसित करना है।
अखबार पढ़ना क्यों जरूरी है?
वर्तमान समय में सामान्य ज्ञान और समसामयिक मामलों की जानकारी का महत्व लगातार बढ़ रहा है। खासकर प्रतियोगी परीक्षाओं, समूह चर्चाओं और साक्षात्कारों में यह ज्ञान बड़ी भूमिका निभाता है। ऐसे में यह अभ्यास छात्रों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा।