Haryana: हरियाणा के गुरुग्राम में कभी भी गिर सकते हैं इस सोसाइटी के टावर...! 

 
Haryana: हरियाणा के गुरुग्राम में कभी भी गिर सकते हैं इस सोसाइटी के टावर...! 

Haryana : हरियाणा के गुरुग्राम से बड़ी खबर सामने आ रही है। मिली जानकारी के अनुसार, सेक्टर-37डी स्थित NBCC ग्रीन व्यू सोसाइटी के असुरक्षित बहुमंजिला टावर गिरने की संभावना बनी हुई है। 

जानकारी के अनुसार, पिछले साल में आठ फ्लैट की बालकनी गिर चुकी है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस सोसाइटी के तीन टावर BPTP टेरा सोसाइटी के साथ लगते एक निजी स्कूल की इमारत के बिल्कुल समीप है, जिसमें सैकड़ों की संख्या में बच्चे पढ़ते हैं। 

जानकारी के मुताबिक, ऐसे में यदि यह टावर गिरते हैं तो बड़ा हादसा घटित हो सकता है। NBCC इंडिया लिमिटेड ने खतरे की आशंका जताते हुए फिलहाल इन तीन टावर को गिराने की मंजूरी जिला उपायुक्त से मांगी है।

मिली जानकारी के अनुसार, NBCC इंडिया लिमिटेड ने इस रिहायशी सोसाइटी को नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग से करीब नौ एकड़ में लाइसेंस लेकर NBCC ग्रीन व्यू को साल 2012 में लांच किया था। बिल्डर ने इस सोसाइटी में सात टावर का निर्माण किया, जिसमें 784 फ्लैट बनाए गए थे। इनमें से करीब 260 को बेचा गया था। 

जानकारी के मुताबिक, इस रिहायशी परियोजना को साल 2015 में पूरा किया जाना था, लेकिन साल 2018 में पूरी हुई। इसके बाद फ्लैट मालिकों को कब्जा देना शुरू किया गया।

मिली जानकारी के अनुसार, एक साल में इस सोसाइटी के टावर में कहीं से बालकनी से प्लास्टर झड़ना शुरू हो गया तो कहीं पर दीवारों में दरार आने लगी। इसके विरोध में जब फ्लैट मालिकों ने प्रदर्शन करना शुरू किए तो NBCC इंडिया लिमिटेड ने साल 2021 में IIT दिल्ली से इस सोसाइटी की सरंचनात्मक जांच करवाई। छह अक्टूबर, 2021 को IIT दिल्ली ने सभी सात टावर को रहने के लिहाज से असुरक्षित घोषित कर दिया। NBCC ने इन टावर को खाली करवाने का आग्रह जिला प्रशासन से किया था।

अभी जिला प्रशासन इस तरफ विचार कर रहा था कि सेक्टर-109 स्थित चिंटल पैराडाइसो सोसाइटी का डी टावर गिर गया। इस घटना आनन-फानन में तत्कालीन जिला उपायुक्त ने 17 फरवरी को आपदा एवं प्रबंधन अधिनियम के तहत NBCC ग्रीन व्यू सोसाइटी को खाली करवाने के आदेश जारी कर दिए।

नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के तत्कालीन DTPE आरएस बाठ ने 260 परिवारों से फ्लैट को खाली करवा लिया। इस बीच NBCC इंडिया लिमिटेड ने इस टावर की सरंचनात्मक जांच को सीबीआरआई और IIT रुड़की को सौंप दी थी। 17 मार्च, 2022 को इन दोनों एजेंसियों ने भी इन टावर को असुक्षित घोषित कर दिया था।

पत्र लिखा गया था

27 जुलाई, 2022 को नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के निदेशक ने NBCC इंडिया लिमिटेड को पत्र लिखा कि इन टावर को गिराने की प्रकिया को एक महीने के अंदर शुरू किया जाए। इस बीच फ्लैट मालिकों ने आपत्ति जताई। उनकी तरफ से आग्रह किया कि पहले उन्हें विस्थापित किया जाए। इसके बाद फ्लैट गिराने की मंजूरी दी जाए।

DTPE कार्यालय से मंजूरी

NBCC इंडिया लिमिटेड ने पिछले साल 25 जून को भी इन टावर को गिराने की मंजूरी मांगी थी। नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के DTPE कार्यालय ने यह कहते हुए मंजूरी को रद्द कर दिया था कि अदालत में विचाराधीन फ्लैट मालिकों की याचिका का पहले निपटान किया जाए।

फ्लैट को खाली करवाया

इस सोसाइटी में 142 EWS फ्लैट भी हैं। जब इन्हें खाली करवाया गया तो करीब 70 परिवार रह रहे थे। इनके विवाद का निपटान अभी तक नहीं होने की बात बताई गई है। ये परिवार नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के कार्यालय में चक्कर काट रहे हैं।

छात्रों को खतरा

इस सोसाइटी में 14 मंजिला सात टावर हैं। इनमें से टावर ई, एफ और जी एक निजी स्कूल के बिल्कुल समीप है। नौ अगस्त को टावर एफ में फ्लोर नंबर पांच, छह, सात और आठ की बालकनी अपने आप गिर चुकी है। नौ सितंबर को इस फ्लोर की दूसरी तरफ की बालकनी भी गिर गई थी। ऐसे में NBCC इंडिया लिमिटेड को डर है कि यह टावर कभी भी गिर सकता है। NBCC ने इन तीनों टावर में किसी भी फ्लैट को उन्होंने बेचा नहीं है। ऐसे में इन टावर को गिराने की मंजूरी दी जाए।