Haryana: हरियाणा में बिजली महंगी होगी या नहीं ? आज SAC की मीटिंग में होगा फैसला

Haryana: हरियाणा से बड़ी खबर सामने आ रही है। आज हरियाणा में बिजली की दरें बढ़ेंगी या नहीं, इस पर आज बड़ा फैसला होने वाला है। हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग ने आज स्टेट एडवाइजरी कमेटी की मीटिंग बुलाई है, जिसमें बिजली की दरों और बिजली कंपनियों के घाटे पर गंभीर चर्चा होगी।
दिलचस्प बात यह है कि यह मीटिंग निकाय चुनावों के बीच हो रही है, जिससे पब्लिक के लिए सस्पेंस और भी बढ़ गया है। बिजली वितरण कंपनियां लंबे समय से घाटे की दुहाई दे रही हैं।
बिजली वितरण कंपनियां कुल 4520 करोड़ रुपये के राजस्व की जरूरत बता रही हैं। अब देखना यह होगा कि सरकार बिजली दरों में इज़ाफा करती है या जनता को राहत मिलती है।
आखिरी बार कब हुई थी बढ़ोतरी?
हरियाणा सरकार ने 2019 से बिजली दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। यानी कि 4 साल से लोगों को वही पुराने रेट्स पर बिजली मिल रही है। लेकिन इस दौरान बिजली वितरण कंपनियों (UHBVNL और DHBVNL) का घाटा बढ़ता जा रहा है।
कंपनियों का कहना है कि अगर रेट नहीं बढ़ाए गए, तो उनकी हालत और खराब हो जाएगी। अब सवाल यह उठता है कि सरकार जनता का भला सोचकर बिजली सस्ती रखेगी या कंपनियों की मांग मानकर रेट बढ़ाएगी?
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (HERC) की इस हाई-वोल्टेज मीटिंग में आज कई बड़े मुद्दों पर बातचीत होने वाली है।
महंगी होगी या नहीं?
बिजली की दरें बढ़ेंगी या नहीं, यह सबसे बड़ा सवाल है। 2019 से रेट फिक्स हैं, जबकि महंगाई बढ़ती जा रही है। अब कंपनियां चाहती हैं कि सरकार बिजली महंगी करे, ताकि उनका घाटा कम हो सके। लेकिन जनता की उम्मीद है कि सरकार इस मुद्दे पर राहत देगी।
सुधार पर जोर
HERC चेयरमैन नंद लाल शर्मा की अगुआई में इस मीटिंग में बिजली सुधारों पर भी बात होगी। कंपनियों से पूछा जाएगा कि वे घाटा कम करने के लिए क्या प्लानिंग कर रही हैं।
स्थिति का रिव्यू
हरियाणा के थर्मल पावर प्लांट्स कितने सक्षम हैं, इस पर भी मीटिंग में विचार किया जाएगा। सरकार स्मार्ट मीटरिंग और तकनीकी सुधारों पर भी ध्यान देने की कोशिश कर रही है।
फ्री बिजली योजना का मूल्यांकन
हरियाणा में प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना कितनी सफल रही है, इस पर भी चर्चा होगी। सरकार चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा लोग सोलर एनर्जी अपनाएं, ताकि बिजली की मांग कम हो सके।