आम नागरिकों के हित में भारतीय डाक विभाग ने चलाई विशेष योजना
भिवानी :
आम नागरिकों के हित के मद्देनजर भारतीय डाक विभाग द्वारा विभिन्न दुर्घटना बीमा की योजनाएं चलाई हुई है, जिसके तहत प्रतिदिन के मात्र 1.55 रूपये के निवेश से नागरिक दुर्घटना बीमा योजना का लाभ ले सकते है। जिसमें न्यूनतम 345 रूपये सालाना जमा करवाकर 5 लाख रूपये का बीमा तथा 565 रूपये रूपये सालाना जमा करवाकर 10 लाख रूपये की बीमा का लाभ उठा सकते है।
इस योजनाओ का लाभ देने के लिए भिवानी डिविजन द्वारा भिवानी, दादरी व महेंद्रगढ़ जिलों के अंतर्गत आने वाले सभी डाकघरों में तीन दिवसीय विशेष जागरूकता शिविर लगाए जा रहे है, जिसकी शुरूआत बुधवार से की गई।
इस बारे में जानकारी देते हुए भिवानी डाकघर अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि अन्य बीमा योजना के तहत सिर्फ मृत्यु होने पर ही बीमित व्यक्ति के परिजनों को लाभ मिलता है, लेकिन डाक विभाग की इस योजना के तहत बीमित व्यक्ति की दुर्घटना में मृत्यु होने के अलावा गंभीर घायल होने पर भी इस योजना का लाभ मिलता है।
डाकघर अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि भारतीय डाकघर ने अपने ग्राहकों के लिए 5 लाख व 10 लाख रूपये की दुर्घटना बीमा की विशेष योजना निकाली है, जिसके तहत 345 रूपये व 565 रूपये प्रति वर्ष अदा कर क्रमश: 5 लाख व 10 लाख रूपये की बीमा योजना का लाभ उठा सकते है। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं का लाभ लेने 18 से 65 वर्ष की आयु होनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि 565 रूपये सालाना जमा करवाने के तहत 10 लाख रूपये की बीमा योजना के तहत किसी भी प्रकार की दुर्घटना में मृत्यु होने पर 10 लाख रूपये की बीमा राशि मिलती है। इसके अलावा दुर्घटना में गंभीर घायल होने पर ईलाज के लिए एक लाख रूपये तक की अधिकत्तम बीमा राशि मिलेगी।
डाक अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि इस बीमा योजना के तहत दुर्घटना में स्थायी विकलांगता व स्थायी आंशिक विकलांगता में 10-10 लाख रूपये, आईपीडी के तहत एक लाख रूपये, 15 दिनों तक अस्पताल के 500 रूपये प्रतिदिन तक का खर्चा, हड्डी टूटने पर एक लाख रूपये, बाल शिक्षा के तहत बीमित सदस्य की आकस्मिक मृत्यु होने पर अधिकतम 2 बच्चों के लिए 50 हजार रूपये तक के लाभ मिलते है।
उन्होंने बताया कि भारतीय डाकघर की इन योजनाअें जानकारी प्रत्येक जन तक पहुंचाने के लिए भिवानी, दादरी व महेंद्रगढ़ जिला के गांवों में जागरूकता अभियान भी चलाए हुए है, ताकि अधिक से अधिक नागरिकों तक इन योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा सकें।