हरियाणा के गृह मंत्री श्री अनिल विज ने आज पंचकूला के सैक्टर-5 पुलिस थाने का औचक निरीक्षण किया और डयूटी में कोताही बरतने पर चार पुलिस कर्मियों को निलंबित करने के आदेश मौके पर ही दे दिए। जिन चार पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है उनमें पुलिस थाना प्रभारी (एसएचओ) ललित कुमार, मुंशी डिम्पल, नाईट मुंशी अजय और पुलिस इंस्पैक्टर मंदीप शामिल हैं । इसके अलावा, श्री विज ने एक अन्य शिकायतकर्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश भी दिए।
औचक निरीक्षण के उपरांत श्री विज ने मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि इस पुलिस थाना में जो मुंशी तैनात है उसके पास से बहुत सारी दर्खास्तें मिली हैं, जिनको पंजीकृत नहीं किया गया। इसके अलावा, जो नाइट मुंशी है उसके पास से भी दर्खास्तें मिली हैं और यह बिना वर्दी थाना में घुम रहा था, जिन्हें निलंबित किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस थाना से जाली करंसी भी मिली है, जो बैंक ने थाना में जमा कराई है और बहुत दिनों से इस मामले को दर्ज नहीं किया गया । इसके अलावा, पुलिस थाना के प्रभारी (एसएचओ) के कार्यालय से बहुत से आवेदन मिले हैं जिनके पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है । इसलिए थाना प्रभारी (एसएचओ), मुंशी और नाइट मुंशी को उन्होंने निलंबित कर दिया है।
श्री विज ने बताया कि इस पुलिस थाना में किसी भी कर्मचारी की कोई रवानगी नहीं दिखाई जाती और यहां कौन आता है और कौन चला जाता है, कुछ पता नहीं लगता। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात यह भी है कि इस पुलिस थाना में कोई संतरी तक नहीं है और इंस्पैक्टर द्वारा लिखित-पढत तक भी नहीं की गई है।
गृह मंत्री ने कहा कि ‘‘मैंने एक महीने की एफआईआर की एक्शन-टेकन रिपोर्ट मांगी है । श्री विज नेे बताया कि इसके अलावा, ‘‘मैंने और सीपी, पंचकूला ने 143 एफआईआर के बारे में, जिनका अनुंसधान या कार्यवाही नहीं हुई है, उसकी भी जानकारी मांगी है, तो मौखिक तौर पर बताया गया है कि तलाशी की कर दी गई है, लेकिन बकाया एफआईआर की क्या कार्यवाही की, कितने लोग पकड़े। जिनमें जघन्य अपराध, उत्पीड़न, धमकाना व धमकी इत्यादि इस प्रकार के अपराध शामिल है, जो महीने से लंबित है और जिन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है’’।
श्री विज ने बताया कि ‘‘मैंने एक शिकायतकर्ता के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं । ये व्यक्ति गंभीर आरोप लगाकर पुलिस का नाजायज फायदा उठा रहा है’’। उन्होंने बताया कि ऐसे कई मामलों के बारे में पुलिस आयुक्त और डीसीपी को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
होमगार्ड जवान द्वारा जहर खाने के संबंध में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि होमगार्ड के जवान ने जो एफआईआर दर्ज करवाई थी, उसके ऊपर तुरंत कार्यवाही करने के आदेश उन्होंने दिए हैं।