Success Story: किसान की बेटी ने पास की NEET परीक्षा, अब करेगी MBBS का सपना पूरा

Success Story: अपनी परेशानियों का रोना तो हर कोई रोता है। लेकिन बहुत कम लोग होते हैं जो दिक्कतों का सामना कर अपना मुकाम हासिल करते है। राजस्थान के बूंदी जिले के नैनवा तहसील के छोटे से गांव धनुगांव की आरती बसवाल ने अपनी मेहनत और लगन से नीट यूजी 2025 की परीक्षा पास कर एक मिसाल कायम की है। हिंदी मीडियम में सरकारी स्कूल से पढ़ाई करने वाली आरती ने न सिर्फ विपरीत परिस्थितियों में यह मुकाम हासिल किया, बल्कि पहले ही प्रयास में 555 अंक लाकर ऑल इंडिया रैंक 10345 और एससी कैटेगरी में 239 रैंक हासिल की। अब वह राजस्थान के किसी अच्छे मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई करेगी।
जानकारी के मुताबिक, आरती ने कक्षा 1 से 12वीं तक की पढ़ाई सरकारी स्कूलों में की.दसवीं में 94.3% और बारहवीं में 93.80% अंकों के साथ उन्होंने अपनी मेहनत का लोहा मनवाया। 11वीं में कोटा आकर उन्होंने कोचिंग संस्थान की मदद से नीट की तैयारी की। गांव में रहने वाली एक दूसरी छात्रा की सफलता ने उन्हें एमबीबीएस करने की प्रेरणा दी। कोटा में पढ़ाई के दौरान शुरुआती चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन आरती ने हार नहीं मानी। Success Story
मिली जानकारी के अनुसार, आरती के पिता राजेश खटीक खेती और पशुपालन से परिवार का गुजारा करते हैं। उनके पास सिर्फ 8 बीघा जमीन है.पिता ने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की लेकिन नौकरी के बजाय गांव में खेती को चुना। मां कमलेश गृहणी हैं, आरती का भाई वेटरनरी साइंस की पढ़ाई कर रहा है। नीट में सफलता के बाद आरती ने कहा कि उनके माता-पिता ने हमेशा यही कहा कि मेहनत करो, सफलता जरूर मिलेगी.उनकी सफलता से न सिर्फ परिवार,बल्कि पूरा गांव खुश है।
आरती का सपना राजस्थान के सरकारी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करना है। काउंसलिंग में उन्हें कम फीस पर सीट मिलने की उम्मीद है। उनकी कहानी हर उस छात्र के लिए प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों में भी बड़े सपने देखता है. आरती का कहना है कि उनकी मेहनत और परिवार का साथ उनकी ताकत बने. गांव के लोग उनकी सफलता से खुश हैं और यही उनके लिए सबसे सुखद अनुभव है। Success Story