पीली पगड़ी,टीशर्ट व पीली चुन्नी पूरी रैली पर पड़ रही थी भारी
दोनों नेताओं पर अन्य दलों की भी बनी है नजर
भिवानी हलचल/राजेंद्र चौहान।
पिछले दिनों भिवानी की अनाजमंडी में आयोजित हुई विपक्ष आपके समक्ष रैली में विधानसभा चुनावों में अपने अपने हल्के से कांग्रेस पार्टी की टिकट पाने वाले नेताओं ने पसीना बहाकर भीड़ जुटाने का प्रयास किया।
बात पत्रकारिता के मूल सूत्र की करें “ना कहूं से दोस्ती ना कहूं से बैर” तो समूची रैली पर पीली पगड़ी,टीशर्ट व पीली चुन्नी भारी नजर आ रही थी।
यह पीली पहचान खासतौर पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा,राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा व प्रदेश अध्यक्ष चौ. उदयभान को रिझाने के लिए शायद लग रही थी।
पीली पगड़ी में जो कार्यकर्ता पहुंचे उनमें बवानीखेड़ा से मास्टर सतबीर रतेरा व लोहारू से राजबीर फरटिया के माने जा रहे थे। रैली में पीले कार्यकर्ताओं का जहां दबदबा रहा,वहीं जलसेवा, चाय व नाश्ते का प्रबंध दोनो नेताओं के कार्यकर्ता ही स्टाल लगाकर संभाले हुए थे। विपक्ष आपके समक्ष रैली में पीले निशान वाले कार्यकर्ता बड़े नेताओं को रिझाने में कामयाब भी हुए।
हालांकि मास्टर सतबीर रतेरा रैली में खुद किसी कारणवश नही पहुंचे। अगर बात करें सतबीर रतेरा की तो अभी वे कांग्रेस पार्टी में हालांकि शामिल नही हुए हैं।
लेकिन कार्यकर्ताओं की फ़ौज भेजकर बवानीखेड़ा हल्के से कांग्रेस के बढ़ते वर्चस्व व कार्यकर्ताओ पर उनकी मजबूत पकड़ का अहसास अवश्य कराने में कामयाब हुए।
लोहारू से राजबीर फरटिया हालांकि कांग्रेस पार्टी में हैं तथा खुद मंच पर मुख्य वक्ताओं में शामिल थे।
रैली में व रैली के बाहर यह चर्चा आम आदमी के मुख से सुनने को मिल रही थी कि हरियाणा में बढ़त की और कांग्रेस यदि निष्पक्ष व आमजन की भावनाओं के आधार पर धरातल पर सर्वे कराकर टिकट वितरण करती है तो इस बार वर्तमान सरकार के लिए बड़ी चुनौती के रूप में कांग्रेस का पलड़ा भारी नजर आ सकता है।
उधर अन्य दल भी दोनों नेताओं पर बराबर नजर बनाए हुए हैं।
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