रोहतक।
रोहतक में बुढ़ापा पेंशन के लिए पिछले करीब 5 साल से भटक रहे जवान के मां-बाप शनिवार को सेक्टर-6 स्थित जयहिंद सेना प्रमुख नवीन जयहिंद से मिले। इस दौरान गांव बलियाना निवासी जवान की मां ओमपति व पिता ओमप्रकाश अपनी पीड़ा बताते हुए भावुक हो गए। वहीं, उनकी आंखों से आंसू झलक पड़े। उन्होंने कहा कि वे अधिकारियों के चक्कर काटकर थक चुके हैं, लेकिन ओमपति की बुढ़ापा पेंशन नहीं बनी। गांव बलियाना निवासी ओमपति व ओमप्रकाश ने बताया कि उनका बेटा सुनील सेना में जवान था। जो ड्यूटी के दौरान फरवरी 2020 में शहीद हो गया था, लेकिन आज उन्हें ओमपति की बुढ़ापा पेंशन बनवाने के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं।
उन्होंने बताया कि 2013 में ओमपति की बुढ़ापा पेंशन बनी थी। उस समय चिकित्सकों के बोर्ड ने उन्हें 60 साल से ऊपर की मानते हुए बुढ़ापा पेंशन बनाई थी। वहीं, 2019 में उनकी पेंशन काट दी और अधिकारियों ने कहा कि ओमपति की पेंशन 2014 में बननी थी। इसलिए अधिकारियों ने कहा कि 2013 से 2019 तक ली गई पेंशन वापस दी जाए। 2019 के बाद अब तक उनकी पेंशन कटी हुई है।
नवीन जयहिंद ने मामला सुनने के बाद सरकार व प्रशासन को भी चेतावनी दी कि इनकी कटी हुई पेंशन जल्द से जल्द बनाई जाए। अगर इनकी पेंशन नहीं बनाई गई तो वे विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि सोमवार को ये पेंशन बनवाने आएंगे। इस दौरान उन्हें धक्के न खाने पड़ें। साथ ही सीएम से कहा कि आचार संहिता का नाम लेकर लोगों के काम न रोंके। नवीन जयहिंद ने खुद से पेंशन देते हुए कहा कि जब तक पेंशन नहीं बनती वे खुद पेंशन देंगें।
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