चंडीगढ़ में नए मेयर के लिए वोटिंग:सांसद मनीष तिवारी ने वोट डाला

चंडीगढ़।
चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर के लिए वोटिंग शुरू हो गई है। सांसद मनीष तिवारी ने पहला वोट डाला। भाजपा ने हरप्रीत कौर बबला और आम आदमी पार्टी (AAP) ने प्रेम लता को उम्मीदवार बनाया है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इस चुनाव की वीडियोग्राफी होगी। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट की रिटायर्ड जस्टिस जयश्री ठाकुर बतौर ऑब्जर्वर यहां मौजूद रहेंगी।
इसी बीच बुधवार शाम को मौजूदा मेयर कुलदीप टीटा पर भ्रष्टाचार की FIR दर्ज कर दी गई। हालांकि वोटिंग से पहले उन्हें पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। अब वह वोटिंग में हिस्सा ले सकेंगे।
बता दें कि चंडीगढ़ में निगम के पार्षदों का चुनाव 5 साल में एक बार होता है लेकिन यहां मेयर का चुनाव हर साल होता है। वोटिंग 11 बजे शुरू होगी। चुनाव अधिकारी के तौर पर नॉमिनेटेड पार्षद रमनीक सिंह बेदी को लगाया गया।
1. AAP और कांग्रेस में मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के कई दावेदार हैं। चूंकि वोटिंग सीक्रेट बैलेट के जरिए होनी हैं, ऐसी सूरत में अगर 3 पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की तो भाजपा के वोट 19 और कांग्रेस-AAP के 17 वोट ही रह जाएंगे।
2. क्रॉस वोटिंग की जगह अगर बैलेट पेपर पर निशान लगाकर वोट को इनवैलिड कर दिया जाए तो भी AAP कांग्रेस का खेल बिगड़ सकता है। ऐसी सूरत में सिर्फ मेयर नहीं बल्कि बाकी 2 पदों पर भी गठबंधन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
3. अगर वोटिंग के दिन गठबंधन के 5 या उससे ज्यादा पार्षद गैरहाजिर रहें यानी वोटिंग में हिस्सा न लें तो भी भाजपा 16 पार्षदों में ही मेयर बना सकती है। हालांकि इसकी संभावना कम है क्योंकि इससे गैरहाजिर होने वाले पार्षद एक्सपोज हो जाएंगे।