भारत विश्व का सबसे युवा देश, युवाओं से 2047 तक विश्व की सबसे बड़ी शक्ति बनेगा भारत : महिपाल ढांडा

भिवानी ।
प्रदेश के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि भारत विश्व का सबसे युवा देश है। इसी युवा शक्ति के दम पर भारत 2047 तक विश्व की सबसे बड़ी शक्ति बनेगा। उन्होंने कहा कि भारत को विश्व गुरु बनाने का संकल्प युवा लें। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा बुधवार को चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय में आयोजित साइंस कॉन्क्लेव में बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
कुलपति प्रो दीप्ति धर्माणी ने कार्यक्रम अध्यक्षता।की। कार्यक्रम में चरखी दादरी और भिवानी जिले के लगभग 65 स्कूलों से 800 विद्यार्थियों ने साइंस कॉनक्लेव में सहभागिता की। साइंस कॉनक्लेव में विद्यार्थियों द्वारा मॉडल,पोस्टर,ड्रामा एवं स्किट की प्रस्तुति दी।शिक्षा मंत्री श्री महिपाल ढांडा ने साइंस कॉनक्लेव में मॉडल प्रदर्शनी का उद्घाटन कर किया अवलोकन।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे विद्यार्थियों में प्रतिभा और जज्बे की कोई कमी नहीं है। विश्व के अनेक देशों के जितने भी अनुसंधान केन्द्र हैं, उन सब मे भारतीय वैज्ञानिक मिलेंगे। उन्होंने युवाओं से मजबूत राजनैतिक सोच पैदा करने पर बल देते हुए कहा कि कमजोर राजनैतिक सोच एवं क्षमता के कारण पिछले छह दशकों से भारत की विभिन्न क्षेत्रों की उच्च प्रतिभाएं विदेशों में अपनी सेवाएं दे रही थीं। आज मजबूत राजनैतिक सोच एवं कुशल नेतृत्व क्षमता के कारण भारत के वैज्ञानिकों ने वो करिश्में कर दिखाए हैं कि संपूर्ण विश्व आज भारत को पूछता भी है और पूजता भी है। उन्होंने कहा कि साइंस कॉनक्लेव में विद्यार्थियों ने जो बेहतर मॉडल प्रस्तुत किए हैं उनको संकल्प से सिद्धि तक हमारे विश्वविद्यालय,स्कूल एवं कॉलेज प्रोत्साहित करेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वह भारत को 2047 तक विश्व गुरु बनाने में अपनी पूर्ण सहभागिता करें और भारत को विश्व की सबसे बड़ी शक्ति बनाने का संकल्प लें। उन्होंने विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर दीप्ति धर्माणी एवं समस्त विश्वविद्यालय परिवार का साइंस कॉनक्लेव में विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा के प्रस्तुतीकरण का अवसर देने की अत्यंत सराहना की।
कुलपति प्रो दीप्ति धर्माणी ने विज्ञान सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए सभी अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय विकास पुरुष एवं पूर्व मुख्यमंत्री स्व: चौधरी बंसी लाल जी के नाम पर स्थापित किया गया है और हमारे लिए यह बड़े हर्ष एवं गौरव का विषय है कि प्रदेश सरकार के शिक्षा मंत्री श्री महिपाल ढांडा पधारे हैं जो दूरदर्शी व विकासपरक सोच के धनी हैं ।
उन्होंने बताया कि चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय ने अपने गठन के मात्र कुछ ही वर्षों में खेल, शिक्षा एवं अनुसंधान के साथ साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में नए कीर्तिमान स्थापित कर देश में अपनी अलग ही पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री श्री महिपाल ढांडा की विकास परक एवं दूरदर्शी सोच का हमारे विश्वविद्यालय एवं प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय रोजगार परक, गुणवत्तापूर्ण व संस्कारी शिक्षा प्रदान करने को कृत संकल्पित है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का इनक्यूबेशन सेंटर विद्यार्थियों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में काम कर रहा है ताकि विद्यार्थी नौकरी पाने वाले नहीं बल्कि दूसरों को रोजगार देने वाले बनें। पूर्व कुलपति एवं हायर एजुकेशन विभाग के ओएसडी प्रोफेसर आरके अनायत ने कहा कि भारतीय शिक्षण मंडल के ध्येय श्लोक में कहा गया है कि विद्या हमें सभी बंधनों से मुक्त करती है और जो विद्या हमें बंधन में बांधती है वह ओरिजिनल विद्या नहीं है। उन्होंने कहा कि शिक्षा में पूर्ण भारतीयता का होना जरूरी है। पूर्व सूचना आयुक्त श्री शिव रमन गौड़ ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित साइंस कांक्लेव विज्ञान के बीज के रूप में स्थापित हो और यह विज्ञान का हब बन जाए। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में आए हुए विद्यार्थी ग्रामीण परिवेश के बच्चे हैं जिन्होंने साइंस के बेहतर मॉडल एवं आइडिया प्रस्तुत किए हैं,इनकी जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है। उन्होंने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुचि एवं जिज्ञासा पैदा करें। उन्होंने विद्यार्थियों को पतंग, बॉल आदि का उदाहरण देते हुए समझाया कि माचिस की तिल्ली को जलाने में भी साइंस है। लेकिन हमें इसका आभास नहीं है। भिवानी से विधायक घनश्याम सर्राफ ने साइंस कांक्लेव के आयोजन के लिए विश्वविद्यालय परिवार सहित सबको बधाई देते हुए विश्वविद्यालय द्वारा संचालित कार्यक्रमों की सराहना की। साइंस एनक्लेव 2025 के कन्वीनर प्रोफेसर एसके कौशिक ने कार्यक्रम की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की और साइंस कॉनक्लेव का विजन प्रस्तुत किया। डीन प्रो संजीव कुमार ने सभी का धन्यवाद एवं आभार जताया। कार्यक्रम में मंच का संचालन डॉ स्नेहलता शर्मा ने किया। कार्यक्रम में साइंस कॉन्क्लेव की स्मारिका एवं पुस्तक का विमोचन मुख्य अतिथियों द्वारा किया गया। मुख्य अतिथियों द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में पौधारोपण भी किया गया। इस अवसर पर पूर्व सूचना आयुक्त भूपेन्द्र धर्माणी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की प्रांत कार्यकारिणी सदस्य एवं प्रबुद्ध चिंतक प्रदीप शास्त्री, बीजेपी जिलाध्यक्ष मुकेश गौड़,लद्दाख विश्वविद्यालय के पूर्व कुल सचिव प्रोफ़ेसर अशोक कुमार, विश्वविद्यालय के कार्यकारी कुलसचिव डॉ राहुल त्रिपाठी,,प्रो ललिता गुप्ता,प्रो डीके मदान,प्रो सोनू मदान, डॉ सुरेश मलिक,प्रो नितिन बंसल,प्रो मयंक किंगर,प्रो विपिन कुमार जैन,हर्षवर्धन मान,रोहतास चौहान, प्रेमनगर सरपंच राजेश कुमार,राजबाला श्योराण,सहित अनेक शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।