स्कॉलरशिप मांग रहे स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज, 20 छात्र घायल 

 
स्कॉलरशिप मांग रहे स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज, 20 छात्र घायल 

हरियाणा के हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (CCHAU) में मंगलवार देर रात वाइस चांसलर (VC) आवास के बाहर सिक्योरिटी गार्ड्स ने स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज कर दिया। इसमें 20 से ज्यादा स्टूडेंट गंभीर रूप से घायल हो गए। 6 स्टूडेंट्स को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

स्टूडेंट दोपहर को स्कॉलरशिप पॉलिसी के विरोध में VC से मिलने पहुंचे थे। यहां उनका सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ विवाद हो गया। स्टूडेंट्स ने आरोप लगाया कि उनके साथ मारपीट की गई। रात को वे इसके विरोध में VC आवास के बाहर पहुंचे तो सिक्योरिटी गार्ड्स ने उन्हें दोबारा खदेड़ दिया और लाठीचार्ज किया।

स्टूडेंट्स की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी इंचार्ज सुखबीर सिंह, प्रोफेसर राधेश्याम, रजिस्ट्रार पवन कुमार, सुमन, नरेंद्र, जगमेश पूनिया, अनूप और बिजेंद्र के खिलाफ धारा 110, 190, 191(2), 191(3) और 351(3) के तहत केस दर्ज कर लिया है। 

  • ज्ञापन सौंपने पहुंचे तो सिक्योरिटी गार्ड्स ने रोका: स्कॉलरशिप पॉलिसी में बदलाव के विरोध में स्टूडेंट्स मंगलवार दोपहर को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपने के लिए वाइस चांसलर (VC) कार्यालय गए थे। स्टूडेंट्स VC को अपना ज्ञापन सौंपने चाहते थे। वहां मौजूद सिक्योरिटी गार्ड्स ने उन्हें बाहर ही रोक लिया। गुस्से में स्टूडेंट बाहर ही धरने पर बैठ गए।
  • स्टूडेंट से कॉलर पकड़कर मारपीट: सिक्योरिटी गार्ड्स ने उन्हें उठाने के लिए खदेड़ना शुरू कर दिया। तभी स्टूडेंट्स और सिक्योरिटी गार्ड्स आमने-सामने हो गए। एक वीडियो भी सामने आया, इसमें कुछ सिक्योरिटी गार्ड्स एक स्टूडेंट को पकड़कर उससे मारपीट करते दिखे।
  • दोबारा प्रदर्शन पर लाठीचार्ज किया: घटना से गुस्साए स्टूडेंट्स रात को VC आवास के बाहर पहुंचे। जैसे ही VC की गाड़ी आने लगी तो उन्होंने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। एक बार फिर सिक्योरिटी गार्ड्स ने स्टूडेंट्स को हटाने की कोशिश की। इस दौरान मामला इतना बढ़ गया कि कुछ सिक्योरिटी गार्ड्स ने स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज तक कर दिया। इसमें 6 स्टूडेंट घायल हो गए।
  • 1. मांगों को लेकर धरना दिया तो हमला किया यूनिवर्सिटी में BSC ऑनर्स के प्रथम वर्ष के छात्र दीपांशु ने बताया कि वह झज्जर का रहने वाला है। मंगलवार 10 जून को समय करीब 10.30 बजे हम छात्र व छात्राएं VC ऑफिस के सामने स्कॉलरशिप और सीटों को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से बैठे हुए थे। उसी समय HAU के सुरक्षागार्ड बिजेंद्र, अनूप, जगमेश पूनियां, नरेंद्र व महिला गार्ड सुमन ने मिलकर छात्र व छात्राओं पर हमला किया। इस हमले में हमारे छात्राओं आनंद, जतिन, मोहित को काफी गंभीर चोटें लगीं।

    2. रात को जानलेवा हमला कर घायल किया दीपांशु ने बताया कि मंगलवार रात को करीब 10.15 बजे पर हम सभी छात्र VC डॉ. बीआर कंबोज के आवास के पास शांतिपूर्ण ढंग से बैठे थे। उसी समय VC की गाड़ी आई और उनके आदेश की पालना करते हुए रजिस्ट्रार पवन कुमार ने प्रोफेसर राधेश्याम, चीफ सिक्योरिटी इंचार्ज सुखबीर सिंह व HAU के सुरक्षा गार्डों ने हमारे ऊपर लाठी डंडों से हमला किया।

    3. रजिस्ट्रार ने डंडों से हमला किया छात्र ने आगे बताया कि रजिस्ट्रार ने डंडा मेरे बाएं हाथ की कोहनी के पास मारा व प्रोफेसर राधेश्याम ने मेरे सिर पर डंडा मारा। इस घटना में हमारे साथी छात्रों चक्षु, निखिल, राहुल, मोहित कुमार, विक्रम व अन्य छात्रों को काफी गंभीर चोटें लगी। हमें जान से मारने की नीयत से हमला किया गया। इस झगड़े में मेरे सिर पर काफी टांके लगे हैं। हमें इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।

  • यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहा- सुरक्षाकर्मियों की वर्दी फाड़ी मंगलवार दोपहर को मामला होने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहा था कि कुछ छात्रों ने स्कॉलरशिप की मांग के लिए ने नारे लगाते हुए वीसी ऑफिस में घुसने की कोशिश की। वहां खड़े सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो छात्रों ने उनके साथ मारपीट की और उनकी वर्दी भी फाड़ दी।

    सुरक्षाकर्मियों ने छात्रों को खदेड़ने की कोशिश की। पूर्व में इसी मुद्दे पर कुलपति ने छात्रों से मिलने के बाद उनकी मांग पर एक कमेटी का गठन किया था, लेकिन छात्रों ने कमेटी से बैठक नहीं की।

    स्कॉलरशिप नीति में बदलाव का विरोध कर रहे छात्र स्टूडेंट्स का कहना है कि यूनिवर्सिटी ने स्कॉलरशिप पॉलिसी में में बदलाव किया है, जिससे एक तरह से स्कॉलरशिप पर सीमा लग गई है। पहले, PG और PHD छात्रों को 75% से अधिक अंक प्राप्त करने पर स्कॉलरशिप मिलती थी, जिसमें PG स्टूडेंट्स को 6 हजार और PHD स्टूडेंट्स को 10 हजार मिलते थे।

    हालांकि, यूनिवर्सिटी ने अब एक नया आदेश लागू किया है जिसके अनुसार 75% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले सभी स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप नहीं मिलेगी। इसके बजाय, केवल 25% स्टूडेंट्स को ही स्कॉलरशिप मिलेगी, जिससे बाकी स्टूडेंट लाभ से वंचित रह जाएंगे। उनकी मांग है कि पहले वाला नियम ही लागू रहे, जिसके तहत 75% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले सभी स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप मिले।