हरियाणा के 27 HCS अफसर बनेंगे IAS

हरियाणा सरकार की हरी झंडी मिलने के बाद संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने 27 HCS अफसरों को IAS नियुक्त करने की पात्रता देखने के लिए आगामी 14 जुलाई को डीपीसी की मीटिंग बुलाई है। हरियाणा सरकार ने वर्ष 2002, 2003 और 2004 बैच के एचसीएस अफसरों को खाली पदों पर IAS चयनित करने के लिए डीपीसी की मीटिंग बुलाने के लिए आग्रह पत्र भेजा था।
यह मामला लंबे समय से लटक रहा है। अब 14 जुलाई की बैठक में संघ लोक सेवा आयोग ने फैसला करना है कि 2003 और 2004 के एचसीएस अफसरों के साथ 2002 बैच के एचसीएस अफसरों को आईएएस में पदोन्नत करना है या नहीं।
हालांकि हरियाणा सरकार ने तीनों बैच के अफसरों को आईएएस के लिए पात्र माना हुआ है और तीनों बैच के 27 अफसरों को आईएएस चयनित करने की सिफारिश की हुई है।
2002 बैच के HCS अफसरों के खिलाफ चार्जशीट
वर्ष 2002 बैच के कुछ एचसीएस अफसरों के बारे में हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो ने हिसार अदालत में आरोप पत्र दायर किया हुआ है, मगर अभी तक आरोप तय नहीं हुए है। हाईकोर्ट में लंबित मामले के चलते हाईकोर्ट ने निचली अदालत को अगली सुनवाई की तारीख तक सुनवाई न करने के लिए कहा हुआ है।
हरियाणा के तत्कालीन एडवोकेट जनरल (AG) बलदेव राज महाजन और मौजूदा एडवोकेट जनरल प्रविंद्र चौहान ने 2002 बैच के एचसीएस अफसरों को आईएएस बनाने के लिए कानूनी राय देकर कहा हुआ है कि इन्हें प्रमोट करने में कोई कानूनी दिक्कत नहीं है।
AG दे चुके प्रमोट करने के लिए हरी झंडी
मगर सॉलिसिटर जनरल ने अलग राय देते हुए कहा था कि जब अदालत में चालान पेश हो जाता है तो उसे आरोप पत्र दायर करने के रूप में माना जाएगा। इस राय के बाद एडवोकेट जनरल प्रविंद्र चौहान ने 2002 बैच के अफसरों को प्रमोट करने के लिए हरी झंडी दे दी। इसके बाद हरियाणा सरकार ने डीपीसी की बैठक बुलाने का आग्रह किया था। जिस पर 14 जुलाई 2025 की तारीख तय हुई है।
5 सालों में खाली हो चुके हैं 27 पद
एचसीएस में आईएस में नियुक्त करने के लिए वर्ष 2020 में 3, 2021 में 4, 2022 में 8, 2023 में 10 और 2024 में 2 पद खाली हुए हैं। इस तरह कुल 27 एचसीएस अफसर आईएस में नियुक्त होंगे। हालांकि हर वर्ष के खाली पदों का तीन गुना अफसरों के नाम यूपीएससी में भेजे जाते हैं। उनका सारा रिकॉर्ड भेजा जाता है और प्रदेश सरकार की तरफ से इंटेब्रिटी सर्टिफिकेट दिया जाता है। इसलिए 2002, 2003 और 2004 बैच के अफसरों को यह सर्टिफिकेट दिया गया है।
मीटिंग में देखी जाएगी पात्रता
मीटिंग में तय होगा कि यूपीएससी 2002 बैच के अफसरों को भी आईएस बनाने के लिए पात्रता देखनी व 2002 बैच के अफसरों और पदों को छोड़कर 2003 और 2004 मैच के अफसरों की पात्रता देखेगी या तीनों बैच के सभी अफसरों समेत भेजे गए सभी की पात्रता देखी जाएगी। संभावना है कि 2002 मैच के अफसरों को भी आईएएस के लिए विचार किया जाएगा। हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, सीनियर मोस्ट आईएएस सुधीर राजपाल और 1995 बैच के आईएएस विजेंद्र कुमार इस बैठक में जाएंगे।
इन दो अफसरों के नाम पर संशय
वैसे आशिमा सांगवान वीआरएस ले चुकी हैं, इसलिए उनके नाम पर विचार करने के बाद उन्हें सूटेबल माना जा सकता है और नहीं भी माना जा सकता है। नवीन कुमार आहूजा का नाम आशिमा सांगवान को स्टेबिलिटी पर निर्भर करेगा। वैसे एक बार यूपीएससी ने 2002 बैच के अफसरों को आईएएस बनाने के लिए मीटिंग तो तय कर दो थी मगर ऐन मौके पर एक दिन पहले हरियाणा सरकार ने ही इस बैठक का स्थगित करने का अनुरोध किया था।
उसके बाद यह बैठक आज तक नहीं हो पाई। इसी बीच 2002 बैच के अफसरों के नाम पर विवाद खड़ा हो गया और यह मामला लटकता चला गया। पिछली बार 2019 में यह बैठक हुई थी और तब एक साथ 40 आईएएस अफसर बने थे। अब एक साथ 27 अफसर बनेंगे।