भिवानी में 5.41 लाख लोगों की होगी स्क्रीनिंग

भिवानी।
भिवानी के CMO डॉ. रघुवीर शांडिल्य ने वीरवार को जिला अस्पताल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि साफ-सफाई के लिए अस्पताल का समय-समय पर निरीक्षण किया जाता है। मरीजों के साथ जो अटेंडेंट आते हैं, उनका एनसीडी की स्क्रीनिंग करनी चाहिए। एनसीडी की स्क्रीनिंग में तीन तरह की जांच की जाती हैं। जिसमें एक ब्लड प्रेशर (बीपी), शुगर व शरीर में गांठ या सर्वाइकल की जांच मुख्य रूप से की जाती है।
बीपी व शुगर की जांच के लिए 40 प्रतिशत की जनसंख्या को जरूर चेक करना चाहिए। इसमें लक्षण नहीं होते। 5-7 साल तो बिना लक्षण के ही व्यक्ति में बीमारी होती है। जब पहचान होती है तो काफी समय बीत चुका होता है। वहीं इसके उपचार में भी दिक्कत आती है। इसलिए सरकार ने एनसीडी प्रोग्राम चलाया है। कोई भी व्यक्ति है तो उसमें बीमारी हो या ना हो, वह अपना स्टेटस जरूर जांच करके रखें। इसलिए बीपी व शुगर चेक जरूर करवाएं।
5.41 लाख लोगों की होगी जांच CMO डॉ. रघुवीर शांडिल्य ने कहा कि इसके लिए ओपीडी में भी सुविधा दी गई है। वहीं घर-घर जाने के लिए टीमों का गठन किया है। 31 मार्च तक 5 लाख 41 हजार का टारगेट है। इनकी स्क्रीनिंग करेंगे। अगर कोई सामाजिक व्यक्ति या अन्य कोई कैंप लगाना चाहे तो स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां जाकर भी बीपी शुगर की जांच करेगी। एक महीने की दवाई भी देंगे, ताकि उनका पैसा खर्च ना हो।
टीमें घर-घर जाकर करेंगी जांच सीएमओ ने कहा कि जांच के लिए जिला अस्पताल के अलावा जिले के अन्य स्वास्थ्य केंद्र पर जा सकते हैं। इसके अलावा टीमों का गठन किया गया है। ग्रामीण एरिया में 7 टीम व शहरी एरिया में 138 टीमों का गठन किया है। जो घर-घर जाकर पूछताछ करती हैं और शुगर व बीपी की जांच करती है। जिनकी शुगर व बीपी की पहचान हो जाती है तो उसका उपचार भी किया जाता है। इससे मरीज को फायदा यह होगा कि बीमारी का समय से पता लग पाएगा और समय से उपचार हो पाएगा।